यु तो हमारी चाची गांव से ही आयी थी पर वह दिल्ली के बारे में बहुत कुछ अच्छे से जानती थी। चाची को नए नए कपडे भी बहुत पसंद थे जो की पहनते समय बाहत ही छोटे दीखते थे।
चाची का बदन भी एकदम गदराया हुआ था और उसकी आँखों में भी हर समय हवस ही दिखाई देती थी। चाची शायद बहुत ही ज्यादा चुदाई करवाती थी इसलिए उनके बूब्स बहुत मोठे और गांड उठी हुई थी।
चाची की मुझ से कम ही बात हुआ करती थी पर चाची मुझसे बहुत ही अच्छे से बाते करती थी। छोटा होने के कारन वह मुझे छोटू बुलाती थी। एक दिन मै चाची के कमरे में ही कुछ मांगने के लिए गया और वही टीवी देखने लगा।
यह समय सुबह का था इसलिए चाची अभी सफाई ही कर रही थी। यु तो मै अभी 19 का ही था पर मुझे औरत को खुश करना अच्छे से आता था। अब चाची निचे पोछा मरते हुए बैठ गयी और उनके चुचे साफ़ दिखाई देने लगे।
चाची शायद उस दिन वैसे कपडे पेहेन कर पोछा मार रही थी जिसे देख मेरा लंड उफान मारने लगा।
चाची ने काफी देर पोछा मारा जिससे मेरा लंड काबू से बाहर ही हो गया था और चाची के बूब्स देख में खुद को हवस से भरा महसूस कर सकता था।
अब चाची बहार से पोछा मारने के बाद अंदर आयी और पसीने में वह बहुत ही ज्यादा सेक्सी लग रही थी और बार बार अपने चुचे मुझे ही दिखा रही थी। अब मुझ से रुका नहीं गया और मेने चाची को अपनी बाहो में दबा लिआ।
चाची के बूब्स की मसाज करके चोदा – चाची की हवस
चाची ने भी दिया चुदाई के लिए साथ । hindi sex story
चाची ने मुझे खुदसे आराम से दूर करने की कोशिश की पर मेने उन्हें जोर से दबा रखा था। अब चाची ने मुझसे दूर होना थोड़ा कम कर दिआ और मेने उनकी गर्दन पर चुम्बन की बारिश कर दी।
चाची भी थोड़ी सी गरम हो गयी और मेने उन्हें घुमाते हुए उनके होठो और अपने आगोश में ले लिआ। चाची के होठो को मै अब बारी बारी से चूसने लगा और चाची को भी मजा आना शुरू हो गया था।
अब चाची के मोटे चुचे मेने हाथो से दबाना शुरू कर दिए और अगले ही पल चाची ने अपने ऊपर के कपडे खुद ही खोल दिए। चाची की ब्रा खोलते हुए मेने उन्हें अब ऊपर से नंगा कर दिआ और चुचो को चूसने लगा।
चाची के बूब्स की नीपल्लो को मेने अपने होठो से अब काफी जोर जोर से चूसा जिससे वह बहुत ही ज्यादा कामुक हो गयी और मुझे अपने तरफ खींचने लगी। चाची अब बहुत ज्यादा गरम हो गयी थी और उनका हाथ अब मेरे लंड पर था।
चाची मेरा साथ देने लगी थी और मेरे लंड को आराम आराम से सहलाये जा रही थी। मेने भी अब चाची के होठो को चूसते हुए अपना एक हाथ उनकी पैंटी में डाल दिआ और उनकी चुत को मसलने लगा।
चाची भी अपनी चुत को उठाते हुए उसे बहुत अच्छे से मसलवा रही थी और मेने अब अपनी उंगली उनकी बुर में दे दी। चाची की चुत बहुत ज्यादा गीली हो रखी थी जिसमे मै अपनी उंगलिआ चलाये जा रहा था।
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चाची ने उठा उठा के चुदवायी अपनी चुत
अब चाची की चुत चुदाई के लिए तैयार हो गयी थी और चाची भी पूरी तरह से गर्म को जोश में थी। मेने चाची की चुत को थोड़ा सा अपनी जीभ से चाटा और अपना लंड चुत के छेद पर रख दिआ।
एक जोर के धक्के से ही मेने अपना लंड चाची की चुत में घुसा डाला जिससे चाची की आह्ह्ह निकल गयी और मेने चाची की चुत मारना शुरू कर दिआ। चाची कामुकता से पागल हो गयी थी और मेरा लंड अंदर तक ले रही थी।
मेने भी अपना पूरा लंड चाची की चुत में अंदर तक डालना शुरू कर दिआ और चाची अह्हह्ह्ह्ह अह्ह्ह्हह्हह करती हुई अपनी चुदाई का मजा लेने लगी। चाची अपने बाल पकड़ते हुए अछे से चुद रही थी और अपने बूब्स दबा रही थी।
अब मेने चाची की दोनों टांगो को अछे से खोला और अपना लंड तेजी से चाची की चुत में अंदर बाहर करने लगा। चाची को भी बहुत मजा आने और मेने 10 मिनट तक चाची की चुत काफी जोर जोर से चोदी।
इसके बाद मेरा लंड भी पानी छोड़ने वाला था और मेने झट से अपना लंड चाची के मुह्ह में देते हुए
उन्हें चूसने को बोला। चाची ने भी मेरे लंड की बहुत अछे से चुसाई करि जिससे मेने अपना सारा पानी चाची के मुह्ह में निकाल दिआ।
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