एक लंड और दो चूत बहुत नाइंसाफी है

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कुछ समय पहले मेरे लिए शादी का एक रिश्ता आया था। कुछ दिनों बाद हमारी शादी हो गई थी। जब मेरे लिए रिश्ता आया था तब तो मैं शादी के लिए तैयार नहीं थी। लेकिन जब मैंने लड़के को देखा तो मैं उसे देखकर शादी के लिए राजी हो गई। उस लड़के का नाम आर्यन था। वह रिश्ता मेरे लिए नागपुर से आया था।

मैं नासिक की रहने वाली थी। मेरे मम्मी पापा ने मुझे इस रिश्ते के लिए तैयार किया था। क्योंकि रिश्ता अच्छे घर से आया था लड़का भी एक अच्छी पोस्ट पर गवर्नमेंट जॉब मे था।

लेकिन मुझे यह पता नहीं था की उसके दिल और दिमाग में क्या चल रहा है। उस समय तो उसने शादी के लिए हां कर दी थी। पर मुझे तो उस समय ऐसा लग रहा था कि जैसे वह अपने माता पिता के दबाव में आकर शादी कर रहे हैं।

लेकिन जो भी था। कुछ समय के बाद हमारी शादी हो गई थी। हमारी शादी बहुत धूमधाम से हुई। शादी के दो दिन बाद मेरे ससुराल वालों ने हमारे घूमने का प्लान बनाया। लेकिन आर्यन के पास तो टाइम ही नहीं था घूमने का।  हम कैसे घूमने जा पाते। फिर मेरे ससुर जी ने आर्यन से बात की और आर्यन को जाने के लिए मनाया।

अगले दिन हम घूमने के लिए कुल्लू मनाली गए। वहां का नजारा बहुत ही सुंदर था। हमने खूब इंजॉय किया और ढेर सारी शॉपिंग की। हम दोनों ने  मनाली में  बहुत ही  चुदाईया मचाई।

आर्यन ने मुझे किस करना शुरू कर दिया और मैं वहीं पर लेटी हुई थी। उसने मुझे बड़े प्यार से बिस्तर पर लेटा दिया और वह किस करता रहा मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था। जब वह मुझे किस कर रहा था थोड़ी देर बाद उसने मेरे सारे कपड़े उतार दिए और मुझे नंगा कर दिया।  मैं यह देख कर बहुत खुशी हुई।

मैंने भी आर्यन के कपड़े उतार दिए तो मैंने देखा कि उसका लंड़ खड़ा हो रखा है। उसने मेरे स्तनों को मुंह में लेना शुरू किया। मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था। जब वह मेरे स्तनों को अपने मुंह में ले रहा था। उसने मेरे निप्पल को भी चूसना शुरु किया। मेरे स्तन बहुत ही टाइट थे। उसने कुछ देर मेरी गांड और योनि को चाटा मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था। उसने मुझसे अपना लंड़ चूसवाया। मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था।

जब मैं उसका लंड़ अपने मुंह में लेकर सकिंग कर रही थी। उसने अब मेरी सील पैक योनि में अपना लंड़ डाल दिया। जैसे ही उसने मेरी योनि में अपना लंड़ डाला मेरी सील टूट गई।  आर्यन बड़ी ही तेजी से धक्का मारने लगा। उसने बड़ी तेजी से झटके मारना शुरू कर दिया और 10 मिनट तक ऐसे ही मुझे चोदता रहा।

मेरा तो झड़ चुका था। लेकिन आर्यन का झड़ना बाकी था। तो थोड़े समय में उसका भी झड़ गया। उसने मेरी योनि में ही अपना माल गिरा दिया। हम दोनों सो गए। लेकिन मुझे आर्यन को देखकर बहुत ही अजीब लगता था।

आर्यन थोड़ा गुमसुम से रहते थे। ऐसा लगता था। जैसे कि उन्हें अंदर ही अंदर कोई बात खा रही है। लेकिन वह किसी से कहते नहीं थे। मैंने उनसे कई बार पूछने की कोशिश की। लेकिन उन्होंने मुझे भी कभी अपनी परेशानी का कारण नहीं बताया।  उन्हें परेशानी देखकर मुझे भी चिंता होने लगती थी। जैसे जैसे समय बीतता रहा।

वैसे ही वह बदलने लगे थे। सुबह जब ऑफिस जाते  तो  देर रात तक घर लौटते थे। कभी-कभी तो दो दिन तक ऑफिस में ही रहते थे। मुझे तो समझ नहीं आ रहा था कि ऐसा कौन सा काम है जो आर्यन दो दिन तक ऑफिस में ही रहते थे। मुझे चिंता होने लगी थी। एक दिन मैंने उनके ऑफिस में जाकर उनकी परेशानी का कारण जानने की कोशिश की। लेकिन मुझे उस दिन तो कुछ पता नहीं लगा। क्योंकि वह ऑफिस में थे ही नहीं।

मैंने उन्हें घर आकर पूछा कि आज आप कहां थे? तो उन्होंने जवाब दिया कि मैं तो ऑफिस में ही था। फिर मैं सोचने लगी कि जब आर्यन ऑफिस में थे ही नहीं तो वह झूठ क्यों बोल रहे हैं। मुझे उन पर शक होने लगा था। और फिर कुछ दिन बाद मैं टिफिन देने के बहाने उनके ऑफिस गई तो मैंने देखा वह एक लड़की के साथ बैठकर बातें कर रहे थे। पहले तो मुझे लगा कि वह उनकी ऑफिस की ही  कोई होगी। जिससे वह काम के बारे में बातें कर रहे होंगे।

मैंने उन्हें टिफिन दिया और बाहर चली गई। लेकिन फिर मुझे ध्यान आया कि मैं अपना फोन तो वही भूल आई और मैं अपने फोन लेने के लिए उनके ऑफिस में गई तो मैंने देखा दोनों के दोनों साथ में खाना खा रहे थे। और एक दूसरे को खाना खिला रहे थे। यह बात मुझे बिल्कुल भी अच्छी नहीं लगी। मैं उनसे बात करने जा ही रही थी।

लेकिन फिर मैंने सोचा कि घर पर आराम से बात करूंगी फिर मैंने अपना फोन लिया और वहां से चली गई। जब शाम को वह घर लौटे तो मैंने उनसे उस लड़की के बारे में पूछा लेकिन पहले तक तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। वह बात को टालते रहे लेकिन फिर मैंने वही सवाल उनसे दोबारा पूछा। तो उन्होंने कहा कि वह उनकी कोई दोस्त थी। जो मुझसे मिलने आ रखी थी। मुझे लगा कि सही में उनकी कोई दोस्त होगी।

फिर मैंने बात को यहीं खत्म कर दी और अपना काम करने लगी थी। मैं सोच रही थी कि आर्यन से बात करुं अगर कोई परेशानी की बात है तो उनसे पूछूंगी। लेकिन वह तो पूछने पर भी कुछ नहीं बताते। तो पूछने का भी क्या फायदा।

दूसरे दिन भी वह ऑफिस का काम बोल कर घर से निकले थे। मैंने सोचा आज तो ऑफिस बंद होगा। लेकिन इन्होने मुझसे झूठ क्यों बोला!  फिर मैं थोड़ी देर बाद ऑफिस पहुंची तो मुझे ऑफिस जाकर पता चला कि आज तो ऑफिस बंद है।  उन पर मेरा शक और बढ़ने लगा। मुझे तो यह भी पता नहीं था कि वह कहां गए थे और किससे मिलने गए थे। फिर मैं घर लौटी। और उनके घर आने का इंतजार करती रही। सारे दिन भर मैं यही सोचती रही कि वह गए कहां।

कुछ दिन बाद मुझे पता लगा कि वह अपनी उसी दोस्त से मिलने गए थे। जिससे वह अक्सर मिला करते थे। उसका नाम अदिति था। अब मैंने सोच लिया था कि मैं आर्यन को रंगे हाथ पकड़ कर रहूंगी। मैंने आर्यन का पीछा करना शुरू कर दिया। जब वह सुबह ऑफिस के लिए निकले तो उनके पीछे-पीछे मैं निकल पड़ी।

मैंने देखा कि वह अदिति के घर पर जा रहे हैं। जैसे ही वह उसके घर के अंदर गए। तो मैं वहां खिड़की से देखने लगी। उन्होंने अदिति को नंगा कर दिया और उसे चोदने लगे। मैं यह देखकर दंग रह गई। फिर मैंने दरवाजे को खटखटाया तो उन्होंने दरवाजा खोला तो मैंने अपने पति से कहा कि तुम यह सब क्या कर रहे हो।

आर्यन ने मुझे समझाया और कहा अब जब तुम्हें पता चल ही गया है। तो तुम भी अपने कपड़े खोल दो उसके बाद हम सारी बातें घर में करेंगे। उन्होंने मेरे कपड़े खोल दिए और मेरे मुंह में अपना लंड़ डाल दिया। जैसे ही उन्होंने अपना लंड़ डाला तो मैंने उसे अपने गले तक लेना शुरू कर दिया क्योंकि आर्यन  बहुत दिनों बाद मेरे साथ सेक्स कर रहे थे। मेरे मुह के अंदर से लंड़ निकालकर। थोड़ी देर बाद उन्होंने आदिति के मुंह में अपना लंड़ डाल दिया।

अब वह सकिंग कर रही थी जैसे ही वह सकिंग करती तो आर्यन मेरे स्तनों को चाटने लगते। अब उन्होंने हम दोनों को वही जमीन पर लेटाते हुए, दोनों की योनि में एक-एक करके अपने को लंड़ प्रवेश करवाया। उन्होंने 2 मिनट मेरे साथ सेक्स किया और 2 मिनट अदिति को चोदा। उसके बाद उन्होंने अपने बड़े लंड़ को मेरी योनि में दोबारा डालना शुरु किया और वह मुझे बहुत ही अच्छे से चोद रहे थे। मुझे बहुत मजा आ रहा था।

उन्होंने मेरे दोनों पैरों को ऊपर उठा रखा था। थोड़ी देर बाद उनका वीर्य पतन हो गया। उन्होंने मेरे चूत के अंदर ही डाल दिया। उन्होंने अदिति को घोड़ी बनाया और उसे चोदना शुरू किया। उन्होंने उसकी गांड को पकड़ रखा था और उसे बड़े ही अच्छे से चोद रहे थे। वह बड़ी जोरों से चिल्ला रही थी और कह रहे थी। आर्यन तुम्हारे बिना मैं नहीं रह सकती हूं। मेरे पति ने उसे 5 मिनट तक चोदने के बाद उसकी योनि में अपना वीर्य गिरा दिया।

अब उन्होंने मुझे सब बात बताई और कहा कि मैं तुमसे शादी नहीं करना चाहता था लेकिन जबरदस्ती करनी पड़ी। उन्होंने मुझे समझा लिया था कि ऐसा कुछ भी नहीं है कि मैं तुम्हें खुश नहीं रख पा रहा हूं। बस यह बात बताने में मुझे थोड़ा दिक्कत हो रही थी। अब तुम्हें सब बात पता चल ही चुकी है तो तुम अपने हिसाब से एडजस्ट कर लो। मैंने भी अब एडजस्ट कर लिया है। मैं आर्यन को नहीं रोकती हूं और अब मैं किसी और से भी अपनी चूत मरवाती हूं।

1 thought on “एक लंड और दो चूत बहुत नाइंसाफी है”

  1. Koi girl ya bhabhi chat ya real meet karna chahti h to call ya wt me my no is 8853536830

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