नंदिता को पेल दिया पटक के

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क्या बात मेरे दोस्तों पता नहीं था ऐसा मेरे साथ भी हो सकता है | मुझे नहीं मालूम ये क्या था शायद एक हवा का झोंका आया और मुझे अपने साथ ले गया | मुझे अब भरोसा न रहा किसी पर पता नहीं ज़रा सी देर में क्या हो गया ज़माने को |

इसलिए दोस्तों अब मेरी बात ध्यान से सुनना क्यूंकि हर कोई गलत नहीं होता पर पर उसके आस पास के इंसान न जाने उसके साथ क्या कर देते हैं |

भरोसा न कर ए दोस्त इस ज़ालिम सोच का न जाने कितनो को अपनी तपिश – ए – आग में जला दिया इसने | पर अब ऐसा नहीं होगा ये मैं नहीं जानता पर यकीन इतना है कि मुझसे कोई गलती हो जाए ये मुझे मंज़ूर नहीं |

तो चलो दोस्तों अब दास्ताँ – ए – इश्क सुनाता हूँ आपको अपनी जुबानी | मैं एक निकम्मा शायर हूँ अली बैग और मैं वैसे तो आजाद हिन्द का बाशिंदा हूँ पर मेरे चर्चे हर कोने में मशहूर हैं |

मेरी ग़ज़ल और मेरे शेर हर जुबां पर हैं क्यूंकि एक टूटे हुए दिल की आह सुनने में हर किसी को मज़ा आता है | इसलिए अब मैं आपको बताने जा रहा हूँ मेरी जिंदगी कैसे पलटी और मैंने कैसे उसे संभाला है |

मैं पहले खेत में काम करता था और बीच में जंगल भी है और मुझे उस जंगल को पार करके अपने गाँव जाना पडता है | वहीँ मेरा खेत था और अब हम शुरू करते हैं अपने मुद्दे की बात जो इस प्रकार है |

मेरे गाँव में एक लड़की थी और उसका नाम बनाफा था और उस जैसा हमारे आस पास के गाँव में भी कोई नहीं था | इसलिए हर कोई उसके साथ सोना चाहता था | पर ऐसा था कि एक आदमी था जो उसे दिल से प्यार करता था और वो भी उसे बहुत चाहती थी | वो शायद गाँव में नया था इसलिए उसे पता नहीं था कि वो एक रंडी है |

पर उस आदमी को इस चीज़ से कोई फर्क नहीं पड़ता था | एजक दिन उस आदमी ने बनाफा से शादी कर ली और कुछ लोग जो उसके साथ सो नहीं पाए उन्होंने सबको भड़काना शुरू कर दिया |

उसके बाद वो मुझे हर दिन दिखते और कोई उन्हें पत्थर मारता तो कोई गाली देता | मुझसे ये सहा नहीं गया और मैंने एक दिन इसका विरोध किया और उस दिन के बाद उन्हें किसी ने कुछ नहीं कहा |

पर एक दिन एक लड़के ने जब उसका पति घर पर नहीं था तब बनाफा की अस्मत लूट ली | इस सदमे को वो बर्दाश्त ना कर सकी और उसने ख़ुदकुशी कर ली |

उसका पति जब घर आया और उसने जब ये सब देखा तो उसने भी बनाफा के बाजू में लटक के अपने प्राण उसके ऊपर न्योछावर कर दिए | उस दिन के बाद उस लड़की का नाम सबके लिए एक श्राप बन गया क्यूंकि हर साल पूरनमासी की रात को वो उस गाँव में आती और एक न एक मर्द को अपने साथ ले जाती |

उस मर्द के बस कपडे बचते थे और कुछ नहीं वो पूरा का पूरा नंगा गायब हो जाता था | अब पूरे गाँव में ये बात फ़ैल गयी थी और सब डरने लगे थे | फिर मुझे कुछ साल बीत गए गाँव में और उसके बाद मैं सबसे कहने लगा अरे ऐसा कुछ नहीं है कोई बनाफा नहीं है आप लोग अपना काम करो |

सब डरे हुए पहले ही थे और वो इस बात को मान चुके थे कि हर पूरनमासी को ऐसा होगा और ये तो मानना पड़ेगा कि ऐसा होता था | मेरी कोई सेटिंग नहीं थी और ना ही मेरी शादी हुई थी इसलिए मुझे कोई दिक्कत नहीं थी |

क्यूंकि वो सिर्फ शादीशुदा मर्दों पर अपना हाथ साफ़ करती थी | मैंने सोचा अब काम बदली करता हूँ और मैं टेलर का काम करने लगा | मुझे शमशान जाने की बहुत आदत है और मैं वहां जाके बहुत हल्का सा महसूस करता हूँ |

मेरे दो दोस्त और हैं एक राहुल और बलदेव और वोलोग भी मेरे अच्छे दोस्त हैं पर इन सब चीज़ों में उनकी गांड फट जाती है | एक दिन की बात है मैं शमशान में था और बात कर रहा था अपने आप से |

मैं कह रहा था कि मैं घागरे सिल देता हूँ चोली सिल देता हूँ और बहुत कुछ सिल देता हूँ जैसे पेंटी और फिर मुझे याद आया ये मैं क्या बकवास कर रहा हूँ |

एक पंडित वहां आया और कहा बेटा तुमने बनाफा कि कब्र पर ये साड़ी बातें कहीं है अब सीधे मंदिर जाओ और वहां पर मन्नत मांगो | मेरी गांड फट तो गयी थी पर फिर भी मैंने सोचा चलो पंडित की बात मान ही लेता हूँ |

मैं सीधे गया मंदिर और वहां पर सब काम किया उसके बाद अपने मस्जिद गया और वहां पर भी मन्नत मांगी | एक दिन पूरनमासी के दिन गाँव में जश्न था और सब मंदिर में थे और हम लोग भी वहां थे |

एक लड़की ना जाने कहाँ से आई और कहा क्यूँ आज बड़े अच्छे लग रहे हो | मैंने सोचा आप कहाँ से हो उसने कहा जी हम कानपूर से आये हैं और हमारा नाम नंदिता है | मैंने कहा नै आई हो आप यहाँ तो उसने कहा हाँ हम हर साल इसी पूजा पर गाँव आते हैं | मैंने सोचा अब शादी कर लेते हैं और उस लड़की को पटाने में लग गया |

वो मुझसे बहुत जल्दी पट गए और मेरे नल्ले दोस्त मुझे कहने लगे यार वो लड़की भूतिया है | उस दिन हमे एक और आदमी मिला जिसने हमे बनाफा की कहानी बताई और वो थोडा कॉमेडी था |

अब एक दिन गाँव में अचानक कुछ मर्द गायब हो गए और उसने कहा अब वो हमेशा के लिए आ गयी है बदला लेने अब क्या करना है सोचो |

उसने कहा जब वो आवाज़ दे तो पलटना मत और हाथ में चप्पल लेके उतने में राहुल बोला भाग लेना |

उसने कहा हाँ यही सही है पर मैंने जब पुछा उसको हमारे नाम कैसे पता हैं | तब उसने बताया हम सब के आधार कार्ड लिंक है उसके पास |

अगले साल फिर से पूजा थी और नंदिता उस दिन मुझे वहां दिखी और मैंने सोचा आज तो इसको पेल लिया जाए | मैंने नंदिता से कहा सुनो चलो ना घूम के आते हैं तब उसने कहा चलो चलते हैं | खेत जाते ही उसने कहा तुमाहरे कपडे अच्छे लग रहे हैं चलो अब इनको उतारो | मैंने कहा ठीक है अब जब तुम समझ गए हो तो अब कर भी लो |

मैंने सोचा लड़की आगे से कह रही है तो मना करने का तो सवाल ही नहीं उठता | इसलिए मैंने सोचा चलो यार अब मैं इसको चोद देता हूँ | मैंने उससे कहा सुनो अब मुझसे रहा नहीं जा रहा है कृपया कर के अपने दूध दिखा दो |

उसने कहा वाह इतना विनम्र निवेदन प्यार हो गया है क्या मुझसे ? मैंने कहा दिल और जान से पता नहीं कैसे पर हो तो गया है | मैंने उससे कहा पहले अपने दूध तो दिखाओ | उसने कहा पहले अपने कपडे उतारो और झट से उसने मुझे नंगा कर दिया | अब मेरा खड़ा लंड उसके सामने था और वो उसे निहार रही थी |

मैंने उससे कहा अब तो अपने दूध दिखा दो तो उसने कहा खुद ही देख लो | मैं उसके पास गया और उसका कुरता उतार दिया और उसके गोर चिट्टे दूध मेरे सामने लटक रहे थे | काफी अच्छा नज़ारा था और उसके निप्पल्स बिलकुल गुलाबी थे | मैंने उसके दूध को हलके से छुआ और मेरे अन्दर न जाने क्या उर्जा आ गयी |

मेरे अन्दर एक चुदक्कड समा गया था | मैंने उसके दूध पर मुंह लगाया और फिर मैंने उसके निप्पल्स चूसना शुरू किया | उसने कहा सुनो मेरी चूत गीली हो गयी है | मैंने कहा अच्छा पर मैंने कभी चूत नहीं देखि है |

उसके बाद उसने मेरा हाथ पकड़ा और अपना पयजामा उतारा और अपनी चूत पर मेरा हाथ फेरने लगी | उसके बाद मैंने उसकी चूत पर हाथ फेरना शुरू किया और उसने मादक आवाज़ करना शुरू कर दिया |

फिर मैंने उसकी चूत पर अपना मुंह लगाया और वो आआआआआ ऊऊउफ़्फ़्फ़्फ़् ऊउम्मम्म  अआह्हह करने लगी | उसके बाद वो कहने लगी और चाटो मेरी चूत को मैंने कहा ठीक है | मैंने उसकी चूत को बहुत अच्छे से चाटा |

उसके बाद मैने कहा मुझे चुदाई सिखा दे यार | उसने कहा खड़े हो जाओ और उसने मेरा लंड पकड़ा और अपनी चूत के छेद पर रखा और कहा हल्का सा धक्का मारो | मेरा पूरा लंड उसकी चूत के अन्दर घुस गया और वो मज़े में सिस्कारियां लेने लगी |

फिर मैंने उसको वैसे ही चोदना जारी रखा और उसके बाद मेरा माल झड़ गया जो कि उसकी चूत के अन्दर ही गिर गया | उसने हलकी सी स्माइल दी और कहा कोई बात नहीं | वो उठी और कहा तुमने मुझे आज़ाद कर दिया और गायब हो गयी |

मेरा दिल टूटा और गांड फटी क्यूंकि भूत को चोदा था और उसके बाद शायर बन गया |

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