शराब की आदत ने एक जिगोलो बना दिया । sex story

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मेरा नाम अजीत है मैं उत्तर प्रदेश के एक छोटे से गांव का रहने वाला हूं, मेरे पिताजी स्कूल में प्यून है और उन्होंने जैसे कैसे मुझे एक अच्छे कॉलेज में दाखिला दिलवाया।

हमारा गांव लखनऊ से कुछ दूरी पर ही है इसलिए मैं लखनऊ में ही पढ़ाई करता था,  जब मेरी पढ़ाई पूरी हो गई तो उसके बाद मैंने भी फैसला किया कि मैं मुंबई चला जाऊंगा।

मेरे पिता मुझे कहने लगे कि तुम लखनऊ में ही काम कर लो लेकिन मेरा मुंबई जाने का बड़ा मन था परंतु उन्होंने कहा कि तुम कुछ समय लखनऊ में ही कोई काम कर के देख लो यदि लखनऊ में तुम्हें अच्छा नहीं लगेगा

तो उसके बाद तुम मुंबई चले जाना। मैंने लखनऊ में एक कंपनी ज्वाइन कर ली, वहां पर मुझे ज्यादा तनख्वाह तो नहीं मिल पाती थी लेकिन मेरा खर्चा चल जाया करता था, मैं सोचने लगा कि क्यों ना मैं किसी दूसरी जगह पर ट्राई कर लू लेकिन मुझे कहीं अच्छी नौकरी नहीं मिल पा रही थी।

मैंने अपने पिताजी से कहा कि मैं मुंबई जाना चाहता हूं और वही जाकर मैं काम करना चाहता हूं, मेरे पिताजी मुझे मुंबई भेजने के लिए बिल्कुल भी तैयार नहीं थे लेकिन मैंने उन्हें मना लिया और जब मैं मुंबई गया तो मैं मुंबई की ऊंची ऊंची बिल्डिंग देख कर बहुत खुश होने लगा।

मैं सोचने लगा कि किसी दिन मैं भी यहां पर कुछ कर लूंगा, मेरे पास कुछ पैसे थे और उन्ही पैसों से मुझे अपना खर्चा चलाना था। मैंने मुंबई की एक कंपनी में अपना इंटरव्यू दिया, जब मेरा इंटरव्यू में सिलेक्शन हो गया

तो मैं बहुत खुश हुआ, मैंने अपने पिताजी को भी फोन कर किया मेरे पिताजी कहने लगे तुम अपनी नौकरी पर अच्छे से ध्यान देना और अपना भी ध्यान रखना। मेरी मां मुझे लेकर बहुत चिंतित होती थी क्योंकि

मैं घर से बाहर कम ही रहा हूं इसलिए मेरी मां बहुत चिंतित होती थी, वह कहती कि तुम समय पर खाना खा लेना, मैंने कहा आप चिंता मत कीजिए मैं समय पर खाना खा लूंगा। मुंबई में जब मेरी दोस्ती होने लगी तो मैं अपने दोस्तों के साथ पार्टी करने के लिए चले जाया करता था, मैं पहले ऐसा बिल्कुल भी नहीं था

लेकिन धीरे-धीरे मुझे शराब की लत लगने लगी, मैं शराबी नहीं छोड़ पा रहा था। जब यह बात मेरे घर वालों को पता चली तो मेरे पिताजी मुझ पर बहुत गुस्सा हुए और मेरी मां भी मुझ पर बहुत गुस्सा थी, वह कहने लगे हम लोग मुंबई आ रहे हैं।

जब वह मुंबई आ गए तो मुझे उन्होंने बहुत डांटा और कहने लगे कि तुम हमारे साथ अब वापस चलो, तुम यहां बिल्कुल भी नहीं रहोगे लेकिन मैं उनके साथ नहीं जाना चाहता था क्योंकि मुझे मुंबई अच्छा लगता था

इसलिए मैंने फैसला कर लिया कि मैं मुंबई में ही रहूंगा। मेरे पिताजी मुझ पर बहुत गुस्सा हो रहे थे, वह कहने लगे नहीं बेटा तुम हमारे साथ ही चलोगे, मैं उन्हें किसी तरीके से मनाया और कहा कि मुझे सिर्फ आप एक मौका दे दीजिए उसके बाद यदि मैं दोबारा से ऐसा करता हूं तो मैं आपके साथ चलने को तैयार हूं।

मेरे पिताजी ने जब मुझे एक मौका दिया तो मैंने अपने आप को सुधारने की कोशिश की परंतु शराब की लत ने मुझे सुधरने नहीं दिया। मैं कुछ दिनों तक तो ठीक रहा लेकिन जब मेरे दोस्त मुझे कहते कि आज हम लोग पार्टी करने जा रहे हैं तो मैं भी उनके साथ चले जाता था, मैं जो भी पैसे कमाता वह सब मैं अपनी पार्टियों में ही खर्च कर देता था।

मुझे लगने लगा था कि अब यह पैसे भी कम पड़ने लगे हैं इसलिए मुझे कुछ अच्छा करना पड़ेगा, मैंने अपने पिताजी से भी मदद ली, मैंने उन्हें कहा कि मुझे आप कुछ पैसे दे दीजिए मैं आपको कुछ दिनों बाद ही वह पैसे लौटा दूंगा।

उन्होंने मेरे बैंक खाते में पैसे भिजवा दिए, मुझे कुछ भी अच्छा और गलत नहीं दिखाई दे रहा था, मैं सिर्फ नशे की लत में जाने लगा और धीरे-धीरे मैं नशे का आदी ही चुका था, मेरे दोस्त भी ऐसे ही बनने लगे,  मैंने अपना काम भी छोड़ दिया था और मैं सुबह शाम सिर्फ शराब पीता रहता। मुझे मेरा एक पुराना दोस्त मिला, जब मैं मुंबई आया था

उस वक्त मेंरी मुलाकातों उससे हुई थी, वह मुझे कहने लगा तुम्हारी तो स्थिति बहुत ही बुरी हो चुकी है

तुम अपने आप को क्यो नहीं बदल लेते, मैंने उसे कहा कि अब मुझे यह सब अच्छा लगता है और मैं काम भी नहीं करना चाहता, मेरा दोस्त मुझे कहने लगा तुम मेरे साथ चलो। जब वह मुझे अपने साथ ले गया तो मैं कई दिनों से नहाया भी नहीं था, मैं उसके घर पर ही उस दिन अच्छे से नहाया।

उसने मुझे बहुत समझाया और कहने लगा कि यह सब गलत आदत है, तुम एक बहुत ही शरीफ लड़के थे लेकिन तुम्हारी स्थिति देखकर मुझे भी वाकई में बहुत बुरा लग रहा है। मैंने उसे कहा मैं बिल्कुल भी ऐसा नहीं बनना चाहता था लेकिन धीरे-धीरे मुझे नशे की आदत होने लगी और अब मैं बहुत ज्यादा नशा करने लगा हूं

यदि मैं नशा नहीं करता तो मेरे शरीर में एक अलग ही प्रकार की हलचल पैदा हो जाती है इसी वजह से मैं सिर्फ अब नशा करता हूं। मेरा दोस्त कहने लगा तुम यह नशे की आदत को छोड़ दो, यह तुम्हारे लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं है, मैंने उसे कहा छोड़ना तो मैं भी चाहता हूं लेकिन मैं बिल्कुल भी नशा नहीं छोड़ पा रहा हूं।

मैं उसके घर काफी देर तक था, उसके बाद मैं अपने घर चला गया। मेरी जेब में बिल्कुल भी पैसे नहीं थे और मैं पूरी तरीके से खाली हो चुका था, मैं बहुत ज्यादा ही टेंशन में था। मुझे एक दिन एक महिला मिली वह दिखने में बड़ी सुंदर थी लेकिन वह एस्कॉर्ट सर्विस का काम करती। वह मुझे कहने लगी यदि तुम महिलाओं को खुश कर दोगे

तो मैं तुम्हें उसके बदले अच्छी रकम दे दिया करूंगी। मैंने उसे कहा मुझे पैसों की सख्त जरूरत है उसने मुझे एडवांस में ही कुछ पैसे दे दिए और कहा कि मैं तुम्हारे साथ सेक्स करके देखना चाहती हूं कि तुम कितना चोद सकते हो क्योंकि मैं नहीं चाहती कि मेरे कस्टमर मुझसे टूट जाए मैंने बड़ी मेहनत से अपने कस्टमर को बनाया है।

वह मुझे अपने फ्लैट में ले गई उसने मेरे सारे कपड़े निकाल दिए। जब उसने मेरे लंड को अपने हाथ में लिया तो मुझे अच्छा महसूस हुआ मैं काफी समय बाद किसी के साथ में सेक्स कर रहा था।

उसने मेरे लंड को अपने मुंह के अंदर ले लिया मैं बहुत ज्यादा खुश था। मैं अपने लंड को उसके गले तक धक्का मार रहा था वह भी पूरी संतुष्ट हो रही थी मैंने काफी देर तक ऐसा ही किया

जब उसकी इच्छा भर गई तो वह मुझे कहने लगी अब तुम मेररी योनि का स्वाद चख लो। मैंने जब उसके कपड़े खोले तो उसका शरीर दूध की तरह नरम और मुलायम था। मैंने जैसे ही अपने होठो को उसके स्तन पर लगाया तो उसकी योनि से पानी निकलने लगा।

मैंने उसकी योनि मे अपनी उंगली को लगा रहा था उसकी चूत पानी छोड़ने लगी तो वह पूरे मूड में थी। मुझसे भी सब्र नहीं हो रहा था मैंने भी तुरंत उसकी योनि के अंदर अपने लंड को प्रवेश करवा दिया। जैसे ही उसकी योनि के अंदर मेरा कडक लंड घुसा तो मुझे अलग एहसास होने लगा और ऐसा लगने लगा जैसे मैं जन्नत में पहुंच गया हूं।

मैंने उसके दोनों पैरों को खोल दिया और बड़ी तेज गति से उसे झटके देने लगा। उसकी योनि पूरी क्षतिग्रस्त हो चुकी थी। वह मुझे कहने लगी तुमने तो आज मेरी चूत का भोसड़ा बना कर रख दिया है।

मै बिल्कुल भी उम्मीद नहीं कर सकती थी कि तुम मुझे इतने अच्छे से चोदोगे। मैंने कई बड़े बड़े लौडो को अपनी चिकनी और मुलायम योनि के अंदर लिया है लेकिन ऐसा एहसास मुझे कभी भी नहीं हुआ तुम मुझे बड़े ही अच्छे से चोद रहे हो।

मैं भी ज्यादा समय तक उसकी चिकनी योनि को नहीं झेल पाया जैसे ही मेर माल गिरा तो वह मुझे कहने लगी तुम बिल्कुल ही पर्फेक्ट हो। तुम आज से पैसे की चिंता बिल्कुल मत करो मैं तुम्हें पैसे दे दिया करूंगी।

अब मैंने उसके साथ ही शादी कर ली है और हम दोनों मिलकर एस्कॉर्ट सर्विस चलाते हैं। मै बहुत अच्छा कमा लेता हूं, मैं सिर्फ नशे में ही डूबा रहता हूं रात को मैं महिलाओं की चूत की  भूख को मिटाता हूं। मैं अपने घर पर भी पैसे भेज देता हूं जिस वजह से वह लोग भी अब मुझे कुछ नहीं कहते।

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