दोस्त को बनाया अपनी जान और उसकी चूत से किया प्यार

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मेरे प्यारे दोस्तों को मेरा नमस्कार

मैं अलीगड़ आ रहने वाला एक शरीफ सा कमीना लड़का हूँ और मेरा नाम है जतिन पाल | मैं अभी कॉलेज की पढाई कर रहा हूँ और पढाई इतनी तो कर ही लेता हूँ की पास हो जाऊ

ये कहानी है कि कैसे मैंने अपने दोस्त के साथ मिलकर अपनी क्लास की एक लड़की और उसकी सहेली को बजाया वैसे मैं देखने में तो स्मार्ट हूँ ही लेकिन मुझे शेरों शायरी का भी शौक है

जो की लड़कियां रिझाने में मुझे बहुत मदद करता है | इसी हुनर का इस्तमाल करके मैंने काफी लड़कियों को इम्प्रेस किया है और पटाया भी है |

ये कहानी तब से शुरू होती है जब मेरे दुसरे सेमेस्टर के प्रैक्टिकल चल रहे थे और मेरी क्लास की लड़की जान्हवी जिसका रोल न. मेरे ठीक पहले आता था वो मेरे साथ खड़ी थी उसने मुझसे कहा कि तुमने कुछ पढ़ा है क्या तो मैंने कहा हाँ पढ़ा है | तो उसने कहा मुझे बता दो तो मैंने जो भी पढ़ा था

उसे बता दिया और इंतफाक से उससे वही सवाल पूछे गए जो मैंने पढाए थे | वो खुश हो गई और फिर ऐसे ही रोज हम थोड़ी बहुत बातें करने लगे और फिर हमारी अच्छी दोस्ती हो गई |

एक बार मैं क्लास में पीछे वाली बैंच पर बैठा था और ब्लू फिल्म देख रहा था | तभी जान्हवी बाजु से आई और उसने मुझे ये सब देखते पकड़ लिया | उसने पूछा कि क्या देख रहे हो ? तो मैंने कहा कुछ नहीं |

फिर कुछ दिन बाद उसने बाद उसने मेरा मोबाइल लिया और मेरे मोबाइल में उसने ब्लू फिल्म ढूंढ ली और देखने लगी | मैंने पीछे से उसे ब्लू फिल्म देखते हुए देखा तो उसने कहा कि तुम ये सब देखते हो |

मैंने कहा हाँ, तो उसने कहा ऐसी कोई बात नहीं है मैं भी देखती हूँ | फिर हमने एक दुसरे को देखा और हसने लगे | फिर ऐसे ही हम लोग की चुदाई भरी बातें होने लगीं | एक बार हम लोग ऐसे ही बैठ कर ब्लू फिल्म देख रहे थे

तो उसने मुझसे पूछा कि तुम्हारा वो कितना बड़ा है | मैंने कहा ज्यादा बड़ा नहीं फिर भी ठीक ही है तो उसने कहा मुझे दिखाओ ना | तो मैंने कहा नहीं तो उसने कहा प्लीज मुझे देखना है

तो मैंने आसपास देखा की कोई नहीं है तो मैंने अपनी ज़िप खोली और लंड बाहर निकाला | मेरा लंड उस समय खड़ा था और उसे देखकर वो बोली वाओ कितना अच्छा है | फिर मुझे किसी के आने की आवाज़ सुनाई दी तो मैंने फ़ौरन लंड अन्दर कर लिया और हम वहाँ से चले गए

फिर एक बार मैं और मेरा दोस्त अभिनव कहीं घूम रहे थे | तभी जान्हवी अपनी दोस्त उर्वशी के साथ हमें मिली | हमने एक दुसरे की जान पहचान करवाई और बातें करने लगे | थोड़ी देर बाद हम लोग वहाँ से चले गए तो रास्ते में अभिनव ने मुझसे कहा की भाई मुझे उर्वशी पसंद आ गई है और मैं उसे चोदना चाहता हूँ |

तो मैंने कहा भाई चोदना तो मैं भी जान्हवी को चाहता हूँ लेकिन कैसे ? फिर कुछ दिन बाद मेरा जन्मदिन था तो मैंने जान्हवी से कहा कि चलो मेरे जन्मदिन पर कहीं चलते हैं |

तो उसने हाँ कर दी तो मैंने कहा कि उर्वशी को भी ले आना तो उसने कहा पूछ लुंगी उससे | फिर मेरे जन्मदिन के दिन मैंने शहर से बाहर एक रिसॉर्ट में बड़ा सा रूम बुक कराया | फिर मैं अभिनव जान्हवी और उर्वशी वहाँ पहुँच गए |

हम लोग का प्लान पुरे दिन का था तो हमे रात 9 बजे तक घर पहुंचना था इसलिए किसी को कोई टेंशन नहीं थी और मैं और मेरा दोस्त इसी सोच में थे कि उनको चुदाई के लिए तैयार कैसे करें |

फिर हमने केक कटा और खूब नाच गाना किया थोड़ी देर बाद हमने खाना खाया और वापस रूम में आकर बैठ गए | तभी जान्हवी ने बोला कि चलो कोई खेल खेलते है

हम सब राज़ी हो गए और वही गिसा पिटा खेल कि बोतल का ढक्कन जिस पर आया उससे कुछ भी पूछ सकते है और करवा सकते हैं |

फिर मैंने बोतल घुमाई तो ढक्कन आया जान्हवी पर तो उससे उर्वशी ने सवाल किया कि क्या तुम्हे जतिन पसंद है | तो उसने कहा हाँ तो मुझे अपनी मंजिल चूत और पास दिखने लगी |

फिर हमने बोतल घुमाई तो फिर ढक्कन जान्हवी पे आया तो उर्वशी ने कहा तुमने कहा था की तुमने जतिन का लंड देखा है तो कैसा था वो ? अभिनव हैरानी से मेरी तरफ देखने लगा |

फिर उसने कहा कि अच्छा था और बड़ा भी | फिर बोतल घुमाई गई तो ढक्कन आया अभिनव पे | तो जान्हवी ने पूछा कि तुम्हे उर्वशी कैसी लगती है ? तो उसने कहा अच्छी लगती है |

फिर ढक्कन मुझ पर आया तो जान्हवी ने पूछा कि तुम को मौका मिले तो मेरे साथ क्या करना चाहोगे ? तो मैंने बोला सब कुछ | सब शांत हो गए और हम एक दुसरे को देखने लगे |

फिर खेल ऐसे ही चलता गया और एक बार उर्वशी ने जान्हवी को मुझे किस करने को कहा | तो वो शर्मा गई लेकिन किस तो करना ही था तो वो मेरे पास आई और मुझे किस करने लगी |

तभी उर्वशी ने उसे पीछे धक्का दिया तो वो मेरे ऊपर गिर गई | जैसे ही वो मेरे ऊपर गिरी तो मेरे अन्दर का इमरान हाश्मी जाग गया और मैं उसे दबाके जोर जोर से किस करने लगा | वो भी मेरा किस करने में साथ देने लगी |

तभी वो दोनों बोलने लगे की बस करो बहुत हो गया | लेकिन हम दोनों एक दुसरे के होंठों को चूमने में खोये थे | फिर मैंने जान्हवी के टॉप को उठाया और उसके दूध चूसने लगा तो वो दोनों ने मुंह घुमा लिया |

फिर मैं उठा और बिस्तर पर पैन्ट उतार कर लेट गया और वो मेरा लंड चूसने लगी | तभी मैंने देखा कि अभिनव और उर्वशी भी एक दुसरे को किस कर रहे हैं मुझे बड़ी तसल्ली महसूस हुई और फिर मैं लंड चुसवाने का मज़ा लेने लगा |

फिर मैं उठा और उसकी जीन्स उतार कर उसकी चूत चाटने लगा |

उसकी चूत में हलके हलके से बाल थे और थोड़ी सी बीच में काली सी भी थी | फिर उसकी चूत चाटते हुए मेरी नज़र उनकी तरफ गई तो उर्वशी अभिनव का लंड चूस रही थी |

फिर मैंने जान्हवी की चूत पे अपना लंड टिकाया और ऊपर नीचे करके उसे तरसाने लगा | वो ऊम्म्म ऊम्म्म की आवाजें निकलने लगी और बोली कि अब अन्दर डाल दो पूरा | तो मैं उसकी चूत में लंड डालने लगा तो मुझे लगा की उसकी चूत बहुत टाइट है इसलिए मेरा लंड नहीं जा रहा है |

तो मैंने अपने लंड के ऊपर थोडा सा थूक लगा और चूत के छेद पर रख के ज़ोरदार झटका मारा मेरा लंड थोडा अन्दर चला गया और मुझे स्वर्ग की खुशियाँ नसीब हो गई और जान्हवी ने जोर की आवाज़ निकल

आहाह्ह्ह्हह… वो मुझसे बोली कि बाहर निकालो लेकिन मैंने बाहर नहीं निकाला और धीरे धीरे आगे पीछे करने लगा | थोड़ी देर में उसका दर्द ठीक हुआ तो मैंने जोर के झटके लगाने शुरू किये | अब उसे भी चुदने में मज़ा आने लगा था |

तभी अभिनव ने भी उर्वशी को जान्हवी के बाजु में लेटा दिया और उसे चोदने लगा | उर्वशी के दूध जान्हवी के दूध से बड़े थे तो मेरी नज़र बार बार उसी पे जा रही थी | उर्वशी देखने में जान्हवी से अच्छी थी पर जिसकी मिले मार लो मना मत करो | यही सोच के मैं जान्हवी को चोदता जा रहा था |

तभी उर्वशी ने कहा चलो अब पीछे से चोदो तो दोनों ही कुतिया की तरह बिस्तर पर बैठ गई और हम पीछे से उनकी चूत मारने लगे | हमें बहुत मज़ा आ रहा था तभी मैंने अभिनव की तरफ देखा और कहा कि क्यों ना लड़की बदल ले |

फिर मैंने अपना लंड जान्हवी की चूत से निकाला और उर्वशी के पीछे जा के उसकी चूत में अपना लंड डाल दिया और अभिनव ने जान्हवी की चूत में | अब हम लोग चुदाई करने लगे तो दोनों ने फिर से पोजीशन चेंज करने को कहा | जैसे ही वो दोनों पलटी तो हमें देखकर चौंक गई |

फिर हमने कहा कोई बात नहीं और मैंने उर्वशी को किस किया और उसकी चूत में लंड डाल के उसे चोदने लगा | अब दोनों भी ख़ुशी ख़ुशी हमसे चुदवा रही थी और थोड़ी देर बाद मेरा मुट्ठ निकलने को हुआ तो

मैंने लंड निकल और उर्वशी के मुंह की ओर करके सारा मुट्ठ गिरा दिया | फिर थोड़ी देर में अभिनव ने भी जान्हवी के पेट पर अपना मुट्ठ गिरा दिया और हमलोग नहाने चले गए

ऐसे ही हमने उस दिन तीन बार चुदाई करी और फिर घर चले गए | हम लोग आज भी में किसी का भी जन्मदिन होता है तो हम लोग उसी रिसॉर्ट में जाते है और चुदाई मचाके आ जाते है |

1 thought on “दोस्त को बनाया अपनी जान और उसकी चूत से किया प्यार”

  1. Maharashtra me kisi girl, bhabhi, aunty, badi ourat ya kisi vidhava ko maze karni ho to connect my whatsapp number 7058516117 only ladies

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