हमें मौका मिल गया चुदाई का

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 मेरी बूढ़ी दादी मुझे कहने लगी कि अमित बेटा मेरे लिए तुम घर लौटते वक्त दवाई ले आओगे

मैंने दादी से कहा दादी आपकी तबीयत तो ठीक है दादी कहने लगी कि बेटा बुढ़ापे में तो तुम्हें पता ही है कि कुछ ना कुछ बीमारी लगी ही रहती है मैंने दादी से कहा ठीक है मैं आपके लिए आते हुए दवाई ले आऊंगा।

मैं अपने ऑफिस के लिए निकल चुका था और जब मैं अपने ऑफिस पहुंचा तो उस दिन मुझे ऑफिस में कुछ ज्यादा ही काम था जिस वजह से मुझे घर लौटने में देर हो गई लेकिन जब

मैं घर लौटा तो मुझे ध्यान आया कि मुझे दादी के लिए दवाई लेकर जानी थी और मैं दादी के लिए दवाई लेकर चला गया। मैं जब घर पहुंचा तो मैंने दादी को दवाइयां दी वह अपने कमरे में आराम कर रही थी

उनकी तबीयत बहुत खराब हो गई थी मैंने उन्हें दवाई दी और कहां दादी आप यह दवाई खा लीजिए। मैंने उनसे पूछा आपने कुछ खाया भी था या नहीं तो वह कहने लगी अमित बेटा मैंने खा लिया था और अब उन्होंने दवाई खाई और उसके बाद वह आराम करने लगी।

मैं अपनी मां से कहने लगा मां मुझे बहुत भूख लग रही है आप मेरे लिए खाना लगा दो मां ने मेरे लिए खाना लगाया और मैंने खाना खा लिया। मुझे घर पहुंचने में काफी देर हो गई थी इसलिए सब लोग खाना खा चुके थे

मैंने खाना खाया और उसके बाद मैं अपने कमरे में लेट गया। मैं अपने कमरे में लेटा हुआ था और अपने मोबाइल को टटोल रहा था मैंने सोचा कि काफी दिनों से अपने फेसबुक अकाउंट को मैंने देखा नहीं है तो मैं अपने फेसबुक अकाउंट को खोलकर देखने लगा तभी मैंने एक लड़की को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज दी उसका नाम सुहानी है।

सुहानी को मैंने फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज दी थी मुझे नहीं पता था कि वह मेरी फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट कर लेगी उसी रात उसने मेरी फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट कर ली और वह मुझसे बात करने लगी।

हम दोनों एक ही शहर में रहते थे तो हम दोनों की फोन पर भी बातें होने लगी मैंने सुहानी से कहा कि मैं तुमसे मिलना चाहता हूं लेकिन सुहानी मुझसे मिलती ही नहीं थी।

हम दोनों को बात करते हुए करीब एक महीना हो चुका था और मैंने सोचा कि अब सुहानी से मुझे मिलना ही पड़ेगा मैंने सुहानी को जोर देते हुए कहा कि तुम मुझसे मिलने के लिए आ जाओ।

वह मुझे कहने लगी कि अमित मैं तुमसे अभी नहीं मिल सकती लेकिन मैंने उसे कहा कि तुम्हें मुझसे मिलना ही पड़ेगा तो वह भी मेरी बात टाल ना सकी और मुझसे मिलने के लिए आ गई।

जब वह मुझसे मिलने के लिए आई तो मैंने सुहानी से बात की और उस दिन मैंने सुहानी से पूछा कि जब तुमने मेरी फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट की थी तो मुझे बिल्कुल भी उम्मीद नहीं थी

कि तुम मेरी फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट कर लोगी। उसने मुझे कहा कि अमित मैं तुमसे कुछ भी छुपाना नहीं चाहती हूं उसने मुझे कहा अमित मैं तुम्हें सब कुछ सच बताना चाहती हूं।

उसने मुझे कहा कि वह जिस लड़के से प्यार करती थी उससे उसका ब्रेकअप हो चुका है जिस वजह से वह काफी अकेली महसूस कर रही थी और उसी वक्त मैंने उसे फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी तो उसने मेरी फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट कर ली और हम दोनों की बातें होने लगी। सुहानी से मिलकर मुझे अच्छा लगा और पहली ही मुलाकात में हम दोनों ने काफी समय एक दूसरे के साथ बिताया सुहानी और मेरे बीच अच्छी दोस्ती तो हो ही चुकी थी।

एक दिन मैंने सुहानी को अपने दिल की बात कह दी और मैंने उसे प्रपोज कर दिया मैंने जब उसे प्रपोज किया तो वह भी मना ना कर सकी और हम दोनों का रिश्ता अब आगे बढ़ने लगा हम दोनों एक दूसरे के साथ बहुत ही खुश थे।

हम दोनों के रिश्ते को अभी सिर्फ दो महीने ही हुए थे और इन दो महीनों में हम दोनों एक दूसरे के बहुत ज्यादा करीब आ चुके थे हम दोनों एक दूसरे के इतने ज्यादा करीब आ चुके थे कि यदि हम दोनों एक दूसरे से कभी फोन पर बात नहीं करते तो हमे काफी बुरा लगता था। मैं सुहानी से बिना बात करे हुए तो रह ही नहीं सकता था

हम दोनों एक दूसरे से काफी देर तक बातें किया करते हैं और यह बात मेरी बहन को भी पता चल चुकी थी तो मैंने उसे सुहानी के बारे में सब कुछ बता दिया था। वह सुहानी से मिलना चाहती थी जब मैंने भी उसे एक दिन सुहानी से मिलवाया तो उसने मुझे कहा की सुहानी तो बहुत ही अच्छी हैं।

सुहानी से मिलकर वह बहुत ही खुश थी मुझे तो बिल्कुल भी उम्मीद नहीं थी कि सुहानी मेरे इतने नजदीक आ जाएगी कि हम दोनों अब एक दूसरे के बिना बिल्कुल भी नहीं रह पाएंगे और हम दोनों का रिश्ता काफी आगे बढ़ चुका था।

मेरी भी शादी की उम्र होने लगी थी तो मैं चाहता था कि सुहानी से एक दिन मैं इस बारे में बात करूं। मैंने सुहानी से जब शादी के बारे में बात की तो वह मुझे कहने लगी कि अमित मैं अभी तुमसे शादी नहीं कर सकती हूं

क्योंकि मैं इस चीज के लिए भी बिल्कुल भी तैयार नहीं हूं। मैंने सुहानी के फैसले का सम्मान किया और उससे कहा कि कोई बात नहीं सुहानी जब तुम्हें लगे कि तुम्हें शादी कर लेनी चाहिए तो तुम मुझे बता देना। सुहानी कि मैं किसी भी बात को कभी मना नहीं किया करता था और ना ही सुहानी मेरी किसी बात को कभी मना किया करती थी।

हम दोनों के पास जब भी समय होता तो हम दोनों एक दूसरे से मिलते ही थे लेकिन कुछ दिनों से हम दोनों की मुलाकात नहीं हो पा रही थी और हम दोनों एक दूसरे को मिल नहीं पा रहे थे

हम लोगों की सिर्फ फोन पर ही बातें हुआ करती थी। मैंने एक दिन सुहानी को कहा कि मुझे तुमसे मिलना है तो वह मुझे कहने लगी कि मैं तुमसे कल मिलती हूं मैंने उससे कहा ठीक है हम लोग कल मुलाकात करते हैं।

जब मैं अगले दिन सुहानी से मिला तो सुहानी से मिलकर मुझे बहुत अच्छा लगा। मैंने उसे गले लगा लिया काफी समय बाद हम दोनों एक दूसरे से मुलाकात कर रहे थे इसलिए मुझे बहुत अच्छा महसूस हो रहा था।

सुहानी और मैं एक दूसरे की बाहों में थे मैंने सुहानी को किस कर लिया। हम दोनों पार्क मे मिले थे और पार्क मैं मैंने जब सुहानी के अंदर की गर्मी को बढ़ा दिया तो वह मुझे कहने लगी मुझे बहुत ही अच्छा महसूस हो रहा है

ऐसे ही तुम मुझे किस करते रहो। मैं उसके होठों को बहुत देर तक ऐसे ही चूमता रहा वह भी बहुत ज्यादा खुश हो गई थी। वह कहने लगी मुझे तुम्हारे साथ किस करने मे बहुत ही अच्छा महसूस हो रहा है।

मैंने सुहानी से कहा क्यों नहीं हम लोग मेरे घर चलते है? सुहानी कहने लगी ठीक है वह मेरे साथ मेरे घर पर आ गई। मेरे लिए यह बड़ा ही अच्छा मौका था क्योंकि उस दिन घर पर कोई भी नहीं था हम दोनों मेरे बेडरूम में थे। मैंने सुहानी के बदन को महसूस करना शुरू किया तो मेरे अंदर एक अलग ही उत्तेजना जाग रही थी।

मैं अब अपने आपको बिल्कुल भी नहीं रोक पा रहा था और ना ही सुहानी अपने आपको रोक पा रही थी। मैंने सुहानी को बिस्तर पर लेटा दिया काफी देर तक हम लोगों ने चुम्मा चाटी की फिर जब हम लोगों ने चुम्मा चाटी की तो उसके बाद मैंने सुहानी से कहा मुझे तुम्हारी चूत मारनी है। मैंने सुहानी के कपड़े उतार दिए उसके कपड़े खोलते ही उसकी चूत को चाटने लगा। मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था उसकी योनि से मैने पानी निकाल दिया था।

वह कहने लगी मैं रह नहीं आ पा रही हूं सुहानी अपने आपको बिल्कुल भी नहीं रोक पा रही थी। वह मेरे मोटे लंड को अपनी चूत मे लेने के लिए तैयार बैठी हुई थी। उसने जब अपने दोनों पैरों को खोला तो

मैंने उसकी योनि के अंदर अपने लंड को घुसा दिया मेरा लंड उसकी योनि के अंदर प्रवेश हो चुका था। जब मेरा लंड उसकी योनि के अंदर चला गया तो मैं उसे बड़े ही तेज गति से धक्के देने लगा। मैंने देखा सुहानी की चूत से बहुत ज्यादा खून निकल रहा है मैं सुहानी को बड़ी तेज गति से धक्के देने लगा।

उसने अपने पैरों को खोल दिया था मैंने उसके पैरों को अपने कंधों पर रख दिया। उसकी सिसकियो मे लगातार बढ़ोतरी हो रही थी उसकी सिसकिया इस कदर बढ़ने लगी थी कि वह मुझे कहने लगी मैं एक पल भी अपने आपको नहीं रोक पा रही हूं। मैंने उसे कहा मुझे बहुत ही अच्छा लगा रहा है वह मेरा साथ बखूबी निभा रही थी।

मैंने जब उसे डॉगी स्टाइल मे चोदना शुरू किया तो उसकी चूतडे मेरे लंड से टकराती तो मुझे और भी अच्छा लगता। उसकी चूतड़ों से अलग ही प्रकार की आवाज निकल रही थी जिस प्रकार से मैं उसे धक्के दे रहा था

उससे मुझे उसे चोदने में बहुत ही ज्यादा मजा आ रहा था। मैं लगातार तेज गति से उसे धक्के मार रहा था मैंने उसकी चूत के अंदर बाहर अपने लंड को बहुत देर कर किया जिससे कि मेरे लंड से भी अब गर्मी बाहर की तरफ को निकालने लगी थी और मुझे महसूस होने लगा कि मेरा वीर्य पतन होने वाला है।

मैंने सुहानी से कहा कि मुझे लगता है मेरा वीर्य पतन होने वाला है। वह मुझे कहने लगी तुम अपने वीर्य को मेरी योनि के अंदर ही डाल दो।

मैंने अपने वीर्य को उसकी चूत के अंदर ही गिरा दिया फिर हम दोनों कुछ देर तक एक दूसरे के साथ बैठे रहे। मैंने देखा कि सुहानी कि चूत से अभी तक मेरा वीर्य बाहर की तरफ को निकाल रहा है मैंने सुहानी को कहा तुम्हारी योनि से मेरा वीर्य अभी भी बाहर निकल रहा है।

वह मुझे कहने लगी तुम अपने लंड को मेरी चूत के अंदर डाल दो। मैंने भी अपने लंड को उसकी चूत के अंदर डाल दिया और उसे तेज गति से मैंने धक्के देने शरु किए।

वह बहुत तेजी से चिल्लाने लगी थी मेरे अंदर की आग बहुत ज्यादा बढ चुकी थी। मैंने उसके साथ करीब 5 मिनट तक सेक्स संबंध बनाया और उसके बाद मेरा वीर्य गिरने वाला था।

मैंने अपने वीर्य को उसके मुंह के अंदर ही गिरा दिया मेरे वीर्य उसके मुंह के अंदर गिर चुका था। मुझे बहुत ही अच्छा लगा अब हम लोग भी उसके बाद अक्सर मिलते रहते और हम दोनों के बीच प्यार पहले जैसा ही था।

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