वसूली करते वक्त गांड मिली

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मैं ब्याज पर पैसे देने का काम करता हूं और मैं पिछले 5 वर्षों से यही काम कर रहा हूं, मेरी एक परचून की दुकान भी है जिस पर मेरी पत्नी रहती है मेरी पत्नी ही वह दुकान संभालती है

मैंने कई बार सोचा कि मैं यह दुकान बंद कर दूं लेकिन मेरे पिताजी ने यह परचून की दुकान खोली थी और वह हमेशा से चाहते थे कि यह दुकान हमेशा रहे इसलिए मैंने वह दुकान कभी बन्द नहीं की हालांकि

मुझे उससे कुछ ज्यादा फायदा नहीं होता था परंतु फिर भी मैं वह दुकान चला रहा था कभी मैं दुकान में बैठ जाया करता और कभी मेरी पत्नी दुकान में रहती जब मेरी पत्नी प्रेग्नेंट हो गई तो मुझे दुकान में एक लड़के को काम पर रखना पड़ा कुछ दिनों तक मैं भी उसके साथ रहा लेकिन जब मैंने

उस लड़के के हाव भाव मुझे कुछ ठीक नहीं लगा वह दुकान से पैसे भी चोरी किया करता और जब मुझे इस बात का पता चला तो मैंने उस लड़के को दुकान से निकाल दिया और उसकी जगह

मैंने एक दूसरे लड़के को काम पर रखा, वह काम के प्रति ईमानदार था इसलिए मैं भी उसके पास से दुकान छोड़ दिया करता मुझे कभी भी उसके काम में कोई शिकायत नहीं मिली।

एक दिन मेरे पास मेरे परिचित अमिता आये, अमित को मैं काफी वर्षो से जानता हूं जब से मैंने अपने ब्याज का काम शुरू किया था उससे पहले से मैं उन्हें जानता हूं और कई बार उन्होंने मुझसे पैसे भी लिए और समय पर ही पैसे लौटा भी दिए इसलिए उनके साथ मेरा रिलेशन बहुत अच्छा है। एक दिन वह दुकान पर आए तो

मैंने उन्हें कहा और अमित भाई आज दुकान पर कैसे आना हुआ, वह मुझे कहने लगे बस सागर भाई ऐसे ही दुकान पर आना हो गया सोचा कि आप से मिलता हुआ चलूँ, मैंने उनसे पूछा और घर में सब कुशल मंगल है,

वह मुझे कहने लगे हां घर में सब कुशल मंगल है। अमित मुझसे कहने लगे कि मैंने एक नया रेस्टोरेंट लिया है और वह रेस्टोरेंट फिलहाल तो ठीक चल रहा है लेकिन मुझे उसमें और काम करवाना है

उस के ही सिलसिले में मैं आपके पास आया था, मैंने कहा चलो यह तो अच्छा है कि आपने एक और काम कर लिया उन्होंने मुझे कहा कि मुझे कुछ पैसों की आवश्यकता है, मैंने उन्हें कहा हां अमित भाई क्यों नहीं आपको जब भी पैसे चाहिए होंगे तो आप मुझे कह दीजिएगा मैं आपको पैसे दिलवा दूंगा।

मैंने उन्हें पैसे दिलवा दिए और जब मैंने उन्हें पैसे दिलवाए तो मैंने भी उन्हें कहा कि आप यह पैसे कब तक लौटा देंगे तो वह कहने लगे कि बस मैं आपको दो महीने के अंदर ही यह पैसे लौटा दूंगा, उन्हें मेरे ब्याज का पता था कि मैं कितने पर्सेंट पर पैसे दिया करता हूं इसलिए मुझे उन्हें कुछ भी बताने की जरूरत नहीं थी।

एक दिन मैं उनके रेस्टोरेंट में चला गया उस दिन वहां पर अमित नहीं थे मैंने उनके रेस्टोरेंट में बैठे एक लड़के से पूछा कि अमित जी कहां है तो वह कहने लगा कि वह तो किसी काम से गए हुए हैं बस अभी कुछ देर बाद लौटते होंगे तब तक आप बैठ जाइए, उस लड़के ने उन्हें फोन किया तो एक घंटे बाद अमित जी भी आ गए जब वह आए

तो वह मुझे कहने लगे और सागर भाई आज आप का आना कैसा हुआ, मैंने उन्हें कहा मैंने सोचा ऐसे ही आपसे मिल लेता हूं मैं इधर से गुजर रहा था तो सोचा आप का रेस्टोरेंट भी देख लेता हूं, अमित कहने लगे कि

रेस्टोरेंट में तो काफी खर्चा हो गया लेकिन अभी मुझे कुछ ज्यादा प्रॉफिट हो नहीं रहा है, मैंने उन्हें कहा चलो धीरे धीरे काम बढ़ने लगे गा और जब लोगों को इसके बारे में पता चलेगा तो आपका काम अच्छा चलने लगेगा,

अमित कहने लगा देखो अब आगे क्या होता है मैंने तो अपनी तरफ से कोई भी कमी नहीं रखी और अच्छे से काम कर रहा हूं। अमित का कपड़ों का भी कारोबार है और वह काफी

समय से कपड़ों का भी काम कर रहे हैं उन्होंने मुझसे पूछा आप कुछ लेंगे तो

मैंने उन्हें कहा कि आप मुझे बस एक गरमा गरम चाय पिला दीजिए उन्होंने अपने रेस्टोरेंट के वेटर को बुलाते हुए कहा कि एक बढ़िया सी चाय बना दो और कुछ ही देर बाद गरमागरम चाय आ गई।

मैंने उन्हें कहा अमित भाई अब मैं चलता हूं मुझे कहीं और जाना है मैं वहां से अपने काम पर चला गया क्योंकि मुझे किसी व्यक्ति से पैसे लेने थे और जब

मैं उनके पास गया तो मैंने उनसे पैसे ले लिए लेकिन रास्ते में मेरी गाड़ी खराब हो गई और वहां से मुझे ऑटो कर के जाना पड़ा कुछ दिनों बाद मेरे पास अमित जी आये और उन्होंने मुझे आधे पैसे लौटा दिये और कहने लगे कि

बाकी के पैसे मैं आपको अगले महीने दे दूंगा लेकिन अगले महीने उनके रेस्टोरेंट के ना चलने की वजह से उन्हें घाटा हो गया जिस वजह से वह मुझे कहने लगे कि मैं कुछ समय बाद ही आपको पैसे लौटा पाऊंगा,

मैंने उन्हें कुछ दिनों की मोहलत दे दी, उनके कपड़ों का कारोबार भी कुछ ठीक नहीं चल रहा था जिसकी वजह से वह बहुत परेशान भी थे और वह मेरे पैसे लौटा नही पाए लेकिन मुझे उस वक्त पैसों की जरूरत थी इसलिए मैं उनसे कहता रहा कि मुझे पैसे तो दे दो लेकिन उन्होंने पैसे नही दिए इसलिए मैं उनके घर पर चला गया

मुझे उनके घर पर जाना ठीक नहीं लग रहा था। उस दिन अमित और मेरे बीच में बहुत झगड़े हो गए तब उनकी पत्नी आई और वह मेरे सामने हाथ जोड़कर कहने लगे कि भाई साहब हम आपके पैसे कुछ दिनों बाद लौटा देंगे

आप हमें कुछ दिनों की मोहलत दे दीजिए, मैंने कहा ठीक है आप मेरे पैसे जल्दी लौटा दीजिएगा क्योंकि मुझे भी किसी जरूरी काम के लिए पैसे चाहिए थे।

अमित के साथ हमारा व्यवहार पूरी तरीके से खराब हो चुका था क्योंकि जिस प्रकार से उन्होंने मेरे साथ बदतमीजी की थी उसके बाद तो मैं उससे बिल्कुल भी बात नहीं करना चाहता था

और इसी वजह से मेरे और उनके बीच अब ज्यादा कोई संपर्क रह नहीं गया था मैं सिर्फ उससे अपने पैसे लेना चाहता था और उसके बाद शायद कभी भी मैं उनसे कोई संपर्क नहीं रखता। मैं कुछ दिनों बाद उनके घर पर चला गया तो

उनकी पत्नी ने मुझे कुछ पैसे देते हुए कहा कि अभी तो इतने पैसे ही हो पाए हैं हम आपको कुछ दिनों बाद और पैसे दे देंगे फिर मैं वहां से चला गया लेकिन मुझे इस बात की फिक्र थी कि क्या अमित की पत्नी मेरे पूरे पैसे दे पाएगी मुझे एक जरूरी काम के लिए पैसे चाहिए थे और मुझे बिल्कुल भी उम्मीद नहीं थी कि मुझे मेरे पैसे मिलने वाले हैं

परंतु मुझे मेरे पैसे किसी भी हाल में चाहिए थे इसलिए मैं लगातार अमित के घर जाता रहा परंतु मुझे पैसे नहीं मिले मुझे अब 6 महीने हो चुके थे और मेरा सब्र का बांध अब टूटने लगा था, मैंने अमित से कहा कि यदि तुम मेरे पैसे समय पर नहीं लौटाओगे तो सही नहीं होगा उस दिन अमित और मेरे बीच में दोबारा से झगड़े हुए,

अमित की पत्नी रेखा ने कहा कि भाई साहब आप मुझ पर यकीन कर लीजिए मैं आपको कुछ दिनों बाद ही पैसा लौटा दूंगी, उन्होंने मुझसे एक महीने का समय लिया और कहा कि एक महीने के अंदर हम आपके पैसे लौटा देंगे।

एक महीने बाद मैं जब दोबारा से अमित के घर पर गया तो उस दिन वह घर पर नहीं थे उनकी पत्नी ने मुझे कहा कि आप बैठ जाइए मैं आपको पैसे दे देती हूं, वह अंदर चली गई और पैसे ले आई उन्होंने मुझे कहा कि अब भी

यह पैसे कम है लेकिन मैं कल आपको पूरे पैसे दे दूंगी, मैंने कहा देखिए भाभी जी अमित ने मुझसे यह कहकर पैसे लिए थे कि मैं समय पर दे दूंगा लेकिन अमित की वजह से मेरे और उसके बीच में रिलेशन पूरा खराब हो चुका है,

वह मुझे कहने लगी मुझे पता है लेकिन आपके पूरे पैसे कल आपको मिल जाएंगे। मैंने उनसे कहा लेकिन मुझे आज ही पैसे चाहिए मुझे आज जरूरत है।

वह कहने लगी मैं कहां से पैसे लाऊ, जब मैंने रेखा का हाथ पकड़ा तो वह मुझे कहने लगी तुम यह हो क्या कर रहे हो। मैंने उसे खींच कर अपनी गोद में बैठा लिया मैंने उसे कहा मुझे आज ही पैसे चाहिए।

वह कहने लगी मैं तुम्हें पैसे कहां से दूं मैंने उसे कहा चलो मैं तुम्हें आज की मोहलत देता हूं लेकिन तुम्हें आज मुझे खुश करना होगा। वह मेरी बात को अच्छे से समझ गई पहले तो वह काफी देर तक नखरे करती रही लेकिन जब

मैंने अपने 9 इंच मोटे लंड को बाहर निकाला तो मैंने उसे कहा तुम इसे अपने मुंह में ले लो। वह मुझे कहने लगी मैं यह सब नहीं करती, मैंने उसके मुंह में अपने लंड को डाल दिया जैसे ही

मेरा लंड उसके मुंह में प्रवेश हुआ तो वह मेरे लंड को संकिग करने लगी। वह काफी देर तक मेरे लंड को चुसती रही जैसे ही मैंने रेखा के कपड़े उतारे तो वह मुझे कहने लगी आप यह मत कीजिए कल आपके पैसे मिल जाएंगे।

मैंने उसे कहा लेकिन मुझे तो आज ही अपने पैसे चाहिए। मैंने रेखा को डॉगी स्टाइल में चोदना शुरू कर दिया उसकी बड़ी गांड को मैंने अपने दोनों हाथों से पकड़ा हुआ था और तेजी से उसे धक्के दे रहा था।

उसे भी बहुत मजा आ रहा था और मुझे भी रेखा के साथ संभोग करने में बहुत अच्छा लग रहा था। मैं कुछ देर तक तो रेखा की चूत के मजे लिए जब मैंने अपने लंड को उसकी गांड मे डाला तो वह चिल्लाते हुए कहने लगी आपने क्या कर दिया मुझे बहुत तकलीफ हो रही है। मैं रेखा की गांड बहुत देर मारता रहा रेखा को भी बहुत मजा आया।

मैंने रेखा से कहा मैं कल पैसे लेने के लिए आऊंगा तुम पैसे मुझे दे देना। अगले दिन रेखा ने मुझे पैसे दे दिया लेकिन उस दिन जो मेरे और रेखा के बीच हुआ वह उसने कभी भी अमित को नहीं बताया।

मुझे उस दिन रेखा को चोदने में बड़ा मजा आया और उसकी गांड के भी मैंने उस दिन बहुत मजे लिए।

मैं अब भी ब्याज का काम करता हूं अमित ने मेरे पूरे पैसे लौटा दिए हैं, कभी कभार अमित से मेरी मुलाकात भी हो जाती है परंतु हम दोनों एक दूसरे से बात नहीं करते।

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