स्कूल में पढ़ते हुए कॉल गर्ल को चोद डाला

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मेरा नाम आकाश है और मैं स्कूल में पढ़ता हूं, कुछ ही समय बाद मेरी परीक्षाएं होने वाली है। मैं बरेली का रहने वाला हूं और मैं अपनी पढ़ाई में बहुत ही ध्यान दे रहा था।

मुझे ऐसा लग रहा था कि यदि मैंने इस बार अच्छे से पढ़ाई नहीं की तो कहीं मैं फेल ना हो जाऊं इसलिए मैं पढ़ाई में बहुत ही ध्यान दिया करता था और कोशिश करता कि मैं और अच्छे नंबर ला सकू। मेरा एक भाई भी है जो कि मेरे मामा का लड़का है उसका नाम अरविंद है।

वह भी मेरे स्कूल में ही पड़ता है हम दोनों साथ में ही पड़ते हैं लेकिन वह बहुत ही ज्यादा शरारती किस्म का लड़का है और वह पढ़ने में भी कुछ ठीक नहीं है पर फिर भी वह ना जाने कैसे पास हो जाता है।

वह स्कूल में बहुत ही शरारती किया करता है हमारे क्लास में जितनी भी लड़कियां हैं वह सब उससे बहुत परेशान रहती हैं और कहती हैं कि तुम्हारा भाई तो एक नंबर का बदतमीज है, वह हमें छेड़ता रहता है। उसकी वजह से कई बार मुझे भी शर्मिंदा होना पड़ता है लेकिन वह फिर भी अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहा था।

मैंने उससे कई बार कहा कि तुम अपनी आदतों से सुधर जाओ नहीं तो ये तुम्हारे लिए बहुत ही दिक्कत वाली बात हो जाएगी लेकिन वह फिर भी अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहा था और कह रहा था कि मुझे शरारत करने में बहुत ही अच्छा लगता है। हमारे क्लास में जितनी भी लड़कियां थी

वह उनके साथ हमेशा ही बदतमीजी किया करता था और वह लोग हमारे टीचर से कंप्लेंट भी कर देती थी लेकिन उस पर किसी भी बात का कोई असर नहीं पड़ रहा था और वह कह रहा था कि मुझे किसी से भी डर नहीं लगता।

वह एक नंबर का शरारती था जब मेरे मामाजी हमारे स्कूल में आते थे तो उन्हें भी शर्मिंदा होना पड़ता था और मेरे मामा मुझे कई बार कहते थे कि तुम उसे क्यों नहीं समझाते हो। मैंने उन्हें कहा कि मैंने तो कितनी बार अरविंद से बात की लेकिन वह फिर भी किसी बात को समझने को तैयार नहीं है और वह अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहा है,

मैंने उसे कितनी ही बार समझा दिया है वह लड़कियों को भी बहुत परेशान किया करता है जिससे की लड़कियां उसकी कंप्लेंट कर देती है। हमारी क्लास में एक लड़की थी उसके साथ उसने बहुत ही ज्यादा बदतमीजी कर दी उसने उसके बैग के अंदर बहुत सारे पत्थर भर दिए थे और जब उसने यह शिकायत टीचर से की तो टीचर उस दिन बहुत गुस्सा हो गए और कहने लगे कि यदि तुम सुधरने वाले नहीं हो तो तुम्हें स्कूल से निकाल दिया जाएगा।

उस दिन प्रिंसिपल ने भी उसे अपने रूम में बुलाया और उसे बहुत ज्यादा सख्त शब्दों में कहा है की तुम्हारी आदत नहीं सुधरी तो तुम्हें हम स्कूल से ही निकाल देंगे और उसके बाद तुम्हारा कहीं भी एडमिशन नहीं होगा क्योंकि तुम्हारी परीक्षाएं नजदीक आने वाली है तुम अपनी पढ़ाई की तैयारियां करो, तुम फालतू में यह सब शरारत करते रहते हो,  यह तुम्हारे लिए अच्छा नहीं है। उसे टीचर हमेशा ही बाहर खड़ा कर देते थे।

अब हमारी परीक्षा नजदीक आ गई। जब हमारी परीक्षाएं आई तो मेरी परीक्षाएं बहुत ही अच्छे से हुई और मैं बहुत ही खुश था क्योंकि मैंने अपना पेपर बहुत ही अच्छे से किए थे।

मैंने जब इस बारे में अरविंद से बात की तो वह कहने लगा मैंने तो एग्जाम दे दिया है, देखते हैं पास होता हूं या फिर क्या होता है। मैंने उसे कहा कि यदि तुम फेल हो गए तो तुम्हें मामा बहुत ही मारेंगे। वह कहने लगा कोई बात नहीं यदि फेल भी हो जाऊंगा तो।

उसे किसी भी प्रकार की कोई चिंता नहीं थी और वह किसी भी प्रकार से कोई टेंशन नहीं लेता था। मैंने कितनी बार उसे समझाने की भी कोशिश की पर उसके दिमाग में एक बार भी बात नहीं घुसी। एक दिन वह कहने लगा कि हम लोग कहीं घूमने चलते हैं। मैंने उसे कहा कि हम लोग कहां जाएंगे।

वह कहने लगा कि हम लोग कोलकाता चलते हैं। मैंने उसे कहा कि कोलकाता तुम्हें पता भी है कहां है। वो कहने लगा कि तुम मेरे साथ कोलकाता चलो, मैं तुम्हें अपने साथ घुमा कर ले आऊंगा।

मैंने उसे कहा कि मेरे पास तो पैसे नहीं है।

वह कहने लगा तुम पैसे की चिंता मत करो, तुम मेरे साथ चलो और अब वह मुझे अपने साथ ले गया। हम लोगों ने घर पर बता दिया था कि हम लोग घूमने जा रहे हैं।मेरे पिताजी को बहुत ही चिंता हो रही थी

क्योंकि उन्हें अरविंद के बारे में पता था वह कितना शरारती है लेकिन उन्होंने फिर भी हमें भेज दिया और जब हम लोग कोलकाता पहुंचे तो मेरे पापा ने मुझे फोन कर के पूछा कि तुम लोग कोलकाता पहुंच चुके हो।

मैंने कहा हम लोग कोलकाता पहुंच चुके हैं और हम लोग अब एक होटल में रुकने वाले हैं। हम लोगों ने होटल में रूम ले लिया और हम लोग होटल में ही आराम करने लगे।

जब हम लोग फ्रेश हुए तो उसके बाद हम लोग कोलकाता घूमने लगे और हम लोग बहुत ही अच्छे से घूम रहे थे। मुझे भी बहुत अच्छा लग रहा था क्योंकि मैं कभी इतने दूर घर से नहीं आया था लेकिन अरविंद को किसी भी प्रकार की चिंता नहीं थी।

वह तो इस प्रकार से घूम रहा था जैसे हम लोग अपने ही शहर में घूम रहे हो। मैंने उससे पूछा कि तुमने पैसे कहां से लिए। वह कहने लगा कि मैंने पैसे जमा किए थे और कुछ पैसे मैंने पापा से लिए हैं। मैंने उन्हें कहा था कि जब हमारे एग्जाम हो जाएंगे उसके बाद मैं कहीं खुद घुमने जाऊंगा। उन्होंने मुझे कहा था कि ठीक है तुम घुम आना।

अब हमारे एग्जाम भी हो चुके हैं और इसलिए उन्होंने मुझे पैसे दे दिए। मुझे भी बहुत अच्छा लग रहा था जब हम लोग घूम रहे थे।जब हम लोग होटल के कमरे में आए तो अरविंद मुझे कहने लगा लड़की को चोदने का मन हो रहा है।

मैंने उसे कहा तुम्हारा दिमाग तो सही है वह कहने लगा कि तुम डरो मत मैंने होटल वाले से बात कर ली है वह कुछ देर में किसी लड़की को भिजवा देगा। थोड़ी ही देर बाद हमारे रूम की बेल बजी जब मैंने दरवाजा खोला तो बाहर एक सुंदर सी लड़की खड़ी थी।

जब मैंने उसे देखा तो मेरा लंड भी खड़ा हो गया उसने छोटी सी स्कर्ट पहनी हुई थी और उसकी टांगे गोरी गोरी थी। वह हमारे पास आकर बैठ गई और अरविंद ने उसके कपड़े उतारते हुए उसे नंगा कर दिया। मुझसे भी उसके स्तन देखे कर रहा नहीं जा रहे था और मैंने भी उसके स्तनों को चाटना शुरू कर दिया।

अरविंद ने उसकी योनि को चाटना शुरू कर दिया और वह बहुत ही अच्छे से उसकी योनि को चाट रहा था। कुछ देर बाद उसने उसकी योनि के अंदर अपने लंड को डाल दिया और बहुत ही अच्छे से चोदता जा रहा था।

वह भी पूरे मजे ले रही थी और वह लड़की उसका पूरा साथ दे रही थी। अरविंद ने उसके दोनों पैरों को उठाते हुए उसे चोदना शुरू कर दिया। उसका पूरा शरीर हिल रहा था वह इतनी तेजी से धक्के मार रहा था जब

उसका वीर्य की गिरा तो वह शांत एक कोने में बैठ गया। अब मैं उस लड़की को चोदने लगा मैंने उसे घोड़ी बना दिया और जब उसकी योनि में मैंने अपने लंड को डाला तो उसके चूतडे मुझसे टकरा रही थी वह बहुत ही मजे ले रही थी।

मैंने उसके चूतड़ों को कसकर पकड़ रखा था और बड़ी तेजी से मै उसे धक्के मार रहा था। मैंने उसे तेज तेज धक्के मारता जाता तो उसका पूरा शरीर हिल रहा था। वह भी अपने चूतड़ों को मुझसे मिला रही थी वह कह रही थी तुम दोनों की उम्र तो बहुत कम है लेकिन तुम्हारे लंड बड़े ही मोटे मोटे हैं।

जब उसने यह बात कही तो मैंने भी उसे अब बड़ी तेजी से धक्के देने शुरू कर दिया। उसका शरीर पूरा गर्म हो चुका था और मेरा शरीर भी पूरा गर्म होने लगा था लेकिन मुझे बड़ा ही मजा आ रहा था जब मैं उसे झटके मारा था। मुझसे वह झटके बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं हुआ और मैंने अपने माल को उसकी योनि के अंदर गिरा दिया।

जब मेरा वीर्य उसकी योनि के अंदर गिरा तो उसने अपनी पैंटी से वीर्य को साफ किया। उसके बाद वह हम दोनों के साथ बैठकर बहुत देर तक बात कर रही थी। जब हमने उसे बताया कि हम लोगो ने 12वीं के पेपर दिए हैं तो वह बहुत ज्यादा हैरान रह गई। वह कहने लगी कि तुम लोगों ने मुझे बहुत ही अच्छे से चोदा मुझे बहुत ही मजा आया।

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