शर्मा जी के लड़के के लंड सहारा

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मेरा नाम पायल है मैं इंदौर की रहने वाली हूं, मेरी उम्र 27 वर्ष है।

मेरा कॉलेज में एक लड़के के साथ रिलेशन था और हम दोनों ही अपना जीवन साथ में बिताना चाहते थे।

मैंने उसके बारे में अपने घर पर भी सब को बता दिया था और मेरे घर वाले भी शादी के लिए तैयार थे लेकिन ना जाने उस लड़के के दिल में क्या चल रहा था,

उसने मुझे एक ही झटके में मना कर दिया। मुझे बहुत ज्यादा तकलीफ हुई जब उसने मुझे मना किया, मैं अपने आप को बिल्कुल भी संभाल नहीं पाई लेकिन मेरे घर वालों ने और मेरे दोस्तों ने मेरा बहुत साथ दिया।

धीरे धीरे मैं अपने सदमे से बाहर की तरफ निकल रही थी इसलिए मेरे घरवाले मुझे कभी भी कुछ नहीं कहते, मैं घर पर ही अधिकांश समय बिताती और सब लोग मुझसे बहुत अच्छा व्यवहार करते हैं।

इस बात को दो वर्ष हो चुके हैं और इन दो वर्षों में मेरे अंदर बहुत ही बदलाव आया है, मैंने सही तरीके से जीना सिखा लिया है, अच्छे और गलत की भी मुझे अब समझ होने लगी है।

पहले मैं किसी पर भी आंख बंद करके भरोसा कर लेती थी लेकिन जब से मेरे साथ इस प्रकार की घटना घटित हुई है उसके बाद से मैंने अपने आप को पूरी तरीके से बदल कर रख दिया है।

इसी बीच में मेरे अंदर पढ़ने का और पेंटिंग बनाने का शौक पनप गया, मुझे पेंटिंग करना भी बहुत अच्छा लगने लगा, मेरे अंदर नई नई चीजें करने की उत्सुकता होने लगी, इन सब में मेरे एक कॉलेज के दोस्त ने मेरा बहुत साथ दिया, उसे भी इन सब चीजों का बहुत शौक है इसीलिए वह भी मुझे हमेशा ही इन सब चीजों के लिए मोटिवेट करता रहता।

हमारे ही पड़ोस में एक शर्मा अंकल रहते हैं, एक दिन शर्मा अंकल हमारे घर पर आए हुए थे और उसके बाद वह मेरे साथ भी काफी देर तक बैठे रहे, मैंने उन्हें अपनी पेंटिंग दिखाई, वह कहने लगे तुमने तो बहुत ही अच्छी पेंटिंग बनाई है, मैंने उन्हें कहा बस समय के साथ-साथ अब धीरे-धीरे सब सीख रही हूं।

शर्मा अंकल कहने लगे तुमने बहुत अच्छा किया, मेरा लड़का भी पेंटिंग का बहुत शौक रखता है और उसे फोटोग्राफी का भी बहुत शौक है, मुझे उनके लड़के के बारे में नहीं पता था

क्योंकि मैंने उसे कभी भी नहीं देखा था और शर्मा अंकल को भी हमारे पड़ोस में आए हुए कुछ ही साल हुए थे, उन्होंने मुझे बताया कि मेरा लड़का राघव विदेश में रहता है, कुछ दिनों बाद वह इंडिया आने वाला है,

मैं तुम्हें उससे मिलूंगा तो तुम्हें उससे मिलकर अच्छा लगेगा। मैंने शर्मा अंकल से कहा बिल्कुल आप मुझे राघव से मिलवाईयेगा, शर्मा अंकल और मेरी बात बहुत ही खुलकर होती है, वह काफी देर तक मेरे साथ बैठे हुए थे

और जब वह मुझे कहने लगे कि मैं अब चलता हूं तो मैंने उन्हें कहा आप कुछ देर और बैठ जाते तो मेरा भी वक्त गुजर जाता, आपके साथ वक्त गुजरना मुझे अच्छा लगता है।

शर्मा अंकल और मेरी बहुत ज्यादा अच्छी अंडरस्टैंडिंग थी, वह जब भी मुझे मिल जाए तो काफी देर तक हम दोनों बात किया करते हैं, शर्मा अंकल कहने लगे कि मुझे कहीं जाना है इसलिए मुझे जाना पड़ रहा है।

वैसे राघव भी आज आने वाला है, यह कहते हुए शर्मा अंकल चले गए। मैं भी अपनी पेंटिंग का काम करने लगी और कुछ दिनों बाद शर्मा अंकल मेरे घर पर आए, उनके साथ उनका लड़का भी था,

मैंने उसे पहचान लिया कि यही राघव है क्योंकि उन्होंने मुझे उसकी फोटो दिखाई थी।

शर्मा अंकल ने मुझे राघव से मिलवाया तो मुझे उससे मिलकर अच्छा लगा, वह बहुत ही खुले विचारों का है और बात करने से बड़ा ही बिंदास लग रहा था, मैंने भी उससे खुलकर बात की और मुझे ऐसा बिल्कुल भी नहीं लगा कि मैं राघव से पहली बार मिल रही हूं, मुझे उससे बात कर के बहुत ही कंफर्टेबल लगा।

उस दिन शर्मा अंकल हमारे साथ में ही बैठे हुए थे हम लोगों ने काफी देर तक बात की लेकिन जब वह चले गए तो मुझे थोड़ा अकेला सा महसूस होने लगा, ना जाने राघव को देख कर मुझे क्यों अच्छा लगने लगा।

अगले दिन मैं शर्मा अंकल के घर चली गई, राघव मुझे देखते ही खुश हो गया और कहने लगा चलो कम से कम तुम हमसे मिलने तो आई।

जब मैं राघव के साथ बैठी हुई थी तो राघव मुझे अपने डीएसएलआर में अपने खुद की खींची हुई फोटोग्राफ दिखा रहा था, उसने बहुत ही अच्छी अच्छी फोटोग्राफ ली हुई थी।

मैंने उसे पूछा कि यह सब तो विदेश की फोटो होंगी, वह कहने लगा हां यह सब तो विदेश की फोटो है लेकिन मैं सोच रहा हूं कि मैं अब यहां पर भी कहीं टूर पर जाऊं क्योंकि मुझे नई नई जगह घूमने का बड़ा शौक है।

मैंने राघव से कहा कि मेरे परिचय में एक ट्रैवल एजेंट है, मैं उनसे बात कर लेती हूं,

वह तुम्हारा सारा अरेंजमेंट कर देंगे, वह कहने लगा ठीक है तुम मुझे उनका नंबर दे देना, मैं वैसे भी सोच रहा हूं कि कहीं घूमने के लिए चले ही जाऊं। राघव के साथ मेरी कुछ ही दिनों में अच्छी दोस्ती हो गई थी और राघव मुझसे खुलकर बात करने लगा था।

मैंने उसे अपने पुराने रिलेशन के बारे में भी बात की तो वह मुझे कहने लगा कि कभी कबार जीवन में ऐसा हो जाता है लेकिन तुमने अपने आप को इन सब चीजों से निकाल लिया यह बहुत ही अच्छी बात है, 

राघव मुझे बहुत अच्छे से समझा रहा था। उसका समझाने का तरीका भी बहुत अच्छा था।

राघव मुझसे मिलने के लिए मेरे घर पर आ गया और मैंने भी उसे अपनी बनाई हुई कुछ पेंटिंग दिखाए, वह कहने लगा कि तुम काफी अच्छी पेंटिंग बना लेती हो, हम दोनों पेंटिंग्स को लेकर ही चर्चाएं करने लगे और एक दूसरे के साथ में बैठे हुए थे। हम दोनों के बीच में सेक्स को लेकर चर्चा होने लगी।

राघव मुझसे कहने लगा तुम सेक्स को लेकर क्या सोचती हो मैंने उसे कहा कि मेरे दिमाग में ऐसा कुछ भी नहीं है क्योंकि मेरे और मेरे बॉयफ्रेंड के बीच में बहुत बार शारीरिक संबंध बने, उसके बावजूद भी उसने मुझे छोड़ दिया।

राघव सेक्स को लेकर खुले विचारों का है, वह विदेश में ही रहा है। उसने जब मेरा हाथ पकडा वह मुझे अपने साथ सेक्स को लेकर तैयार करने लगा। मैंने भी काफी समय से किसी के साथ संभोग नहीं किया था

इसलिए मेरे अंदर की भी गर्मी बाहर निकलने लगी। राघव ने मेरे मुलायम होठों को अपने होठों में लिया तो मुझे बड़ा अच्छा महसूस हुआ, काफी देर तक हम दोनों एक दूसरे के साथ किस करते रहे। राघव ने मेरे कपड़े उतारे तो उसने मेरी यौवन की बहुत तारीफ की और मैंने भी उसके लंड को काफी देर तक सकिंग किया।

मैं जब राघव के लंड को सकिंग कर रही थी तो उस वक्त मेरा दिमाग मे मेरे बॉयफ्रेंड को लेकर ख्याल आ रहे थे, मैं सोच रही थी उसने मेरे साथ कितना गलत किया। मैं अपने सेक्स जीवन की नई शुरुआत कर रही थी

इसलिए मैं उसका पूरा आनंद ले रही थी। राघव ने भी जब मेरी चकनी चूत का रसपान किया तो वह भी बड़ा आनंदित हो गया। उसने जैसे ही मेरी चिकनी चूत के अंदर अपने कड़क और मोटे लंड को प्रवेश करवाया तो मुझे बहुत अच्छा लगा। वह मेरे स्तनों को रसपान कर रहा था और मुझे उतनी ही तेजी से धक्के मार रहा था।

राघव मुझे झटके मार कर मेरे अंदर की गर्मी को बाहर निकल रहा था, मेरी गर्मी मेरे पानी के रूप में बाहर की तरफ निकल रही थी। राघव ने मेरे स्तनों पर अपनी जीभ को लगाया तो मेरी चूत से इतनी तेजी से पानी बाहर निकलने लगा।

वह बड़ी तेजी से मुझे झटके देने पर लगा हुआ था हम दोनों के शरीर से गर्मी पैदा हो रही थी। वह एक अलग ही आनंद दे रही थी और मुझे राघव के साथ संभोग करने में बहुत मजा आ रहा था।

मैंने उसे कहा कहा मुझे तुम्हारे साथ संभोग करके बहुत आनंद आ रहा है। वह मुझे कहने लगा तुम्हारी चूत मार कर मुझे भी बहुत अच्छा लग रहा है।

उसने काफी देर तक मुझे चोदा लेकिन जब कुछ देर बाद उसका वीर्य पतन हुआ तो वह मुझसे लिपट कर लेटा रहा। हम दोनों ही एक दूसरे के साथ संभोग करके अपने आप को बहुत ज्यादा अच्छा महसूस कर रहे थे।

1 thought on “शर्मा जी के लड़के के लंड सहारा”

  1. Maharashtra me kisi girl, bhabhi, aunty, badi ourat ya kisi vidhava ko maze karni ho to connect my whatsapp number 7058516117 only ladies

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