चुदने छत पर आ गई बिल्लो रानी

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महेश मुझे अपने घर पर रात के डिनर के लिए इनवाइट करता है मेरे साथ मेरी पत्नी रचना भी थी हम लोग महेश के घर पर गए मैं महेश के घर पर पहली बार ही जा रहा था इसलिए मुझे उसके घर का पता नहीं था।

मैंने महेश को फोन किया और महेश मुझे लेने के लिए अपने घर के मेन गेट पर आ गया था मेरे घर से महेश के घर की दूरी करीब आधे घंटे की है लेकिन रास्ते में जाम की वजह से मुझे महेश के घर तक पहुंचने में एक घंटा लग गया था। महेश मेरा इंतजार कर रहा था और जब महेश मुझे मिला तो हम लोग महेश के घर पर चले गए महेश की पत्नी से महेश ने मेरा परिचय करवाया महेश की पत्नी का नाम पायल है।

मैंने भी महेश से अपनी पत्नी का परिचय करवाया पहली बार ही मैं महेश की पत्नी पायल से मिल रहा था और महेश भी पहली बार ही मेरी पत्नी रचना से मिल रहा था।

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महेश मुझे कहने लगा कि चलो रोशन खाना लग गया है हम लोग खाना खा लेते हैं क्योंकि हम लोग महेश के घर काफी देरी से पहुंचे थे इसलिए उन लोगों ने खाने की तैयारी कर ली थी और अब वह लोग खाना बना चुके थे।

हम लोग सब साथ में बैठे हुए थे और हम लोगों ने साथ में ही डिनर किया यह काफी अच्छा समय था क्योंकि इस दौरान रचना और पायल की काफी अच्छी दोस्ती हो गई थी। कम ही समय में रचना पायल की बड़ी तारीफ करने लगी और कहने लगी की पायल बहुत ही अच्छी है।

हम लोग घर लौट चुके थे लेकिन रास्ते भर रचना पायल और महेश के बारे में बात करती रही वह उन दोनों के स्वभाव से बहुत प्रभावित थी और वह कहने लगी कि वह दोनों बहुत ही अच्छे हैं।

हम लोग अपने घर पहुंच चुके थे घर पहुंच कर मैंने अपने गेट का दरवाजा खोला, जैसे ही मैं घर के दरवाजे को खोलकर अंदर गया तो मैंने देखा घर पर कोई था और वह मुझे देखते ही मेरे घर के पीछे के दरवाजे से बड़ी तेजी से भागा मैं उसके पीछे दौड़ता हुआ गया लेकिन वह तब तक वहां से जा चुका था।

मैं दौड़ता हुआ अपने घर वापस लौटा मैंने रचना को कहा रचना घर का सारा सामान तो ठीक है रचना कहने लगी कि हां रोशन घर का सारा सामान ठीक है।

मैंने रचना को कहा आखिर वह कौन हो सकता है मैं इस बात से बहुत घबरा गया था क्योंकि कई बार मैं अपने काम के सिलसिले में घर से बाहर रहता था और रचना घर पर अकेली रहती थी इसलिए मैंने घर पर कैमरा लगवाने के बारे में सोचा और अगले ही दिन मैंने घर पर कैमरे लगवा दिया।

मैं किसी भी प्रकार का कोई जोखिम मोल नहीं लेना चाहता था मैंने जब यह बात महेश को बताई तो महेश ने मुझे कहा रोशन तुमने बिलकुल ठीक किया जो अपने घर पर कैमरा लगवा दिया।

आस पड़ोस में कई बार चोरी हो जाया करती थी मुझे उस चीज का भी डर था और मुझे सबसे ज्यादा डर रचना का था क्योंकि मैं कई बार अपने ऑफिस के काम के सिलसिले में बाहर जाता रहता हूं।

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एक दिन हम लोग घर पर ही थे उस दिन रचना मुझे कहने लगी कि कभी आप भी महेश और पायल को घर पर इनवाइट कीजिए। मैंने रचना को कहा थोड़े ही दिनों बाद तुम्हारा जन्मदिन आ रहा है तो हम लोग उस दिन घर पर एक छोटी सी पार्टी रखते हैं उसमें ही हम लोग पायल और महेश को इनवाइट कर देंगे।

रचना कहने लगी हां यह ठीक रहेगा और थोड़े ही दिनों बाद रचना का जन्मदिन था उस दिन मैंने महेश और पायल को घर पर इनवाइट किया हमारे आस पड़ोस के भी कुछ दोस्त घर पर आए हुए थे।

पार्टी में उस वक्त महेश ने चार चांद लगा दिए जब महेश ने डांस करना शुरू किया महेश को डांस करने का बड़ा शौक है और वह डांस बड़ा ही अच्छा करता है जिस वजह से पार्टी में सब लोग खुश हो गए लेकिन अचानक से लाइट चली गई। मैंने अपना इनवर्टर देखा तो मेरा इनवर्टर भी काम नहीं कर रहा था सब लोगों ने अपने मोबाइल की लाइट ऑन कर दी थोड़ी ही देर बाद लाइट आ गई रात के करीब 12:00 बज चुके थे और अब सब लोग घर जाने की तैयारी कर रहे थे।

मैंने महेश और पायल को कहा तुम लोग आज यहीं रुक जाओ तो महेश कहने लगा कि नहीं रोशन हम घर चले जाएंगे मैं महेश को उनकी कार तक छोड़ने के लिए गया महेश अपनी कार स्टार्ट कर रहा था लेकिन कार स्टार्ट ही नहीं हो रही थी। मैंने महेश को कहा महेश तुम आज यहीं रुक जाओ लेकिन महेश तब भी मेरी बात नहीं मान रहा था और जब रचना ने पायल को कहा कि तुम लोग आज यहीं रुक जाओ तो वह लोग रुक गए।

रचना के कहने पर पायल और महेश हमारे घर पर ही रुक गए क्योंकि अगले दिन मेरे ऑफिस की छुट्टी थी और महेश भी अगले दिन घर पर ही था इसलिए मैंने महेश को कहा कोई बात नहीं महेश तुम हमारे घर पर रुक जाओ। अब हम लोग सब साथ में बैठे हुए थे हम लोग एक दूसरे से बात कर रहे थे कि तभी दोबारा से लाइट चली गई मैंने रचना से कहा आज बार-बार लाइट क्यों जा रही है रचना कहने लगी मालूम नहीं रोशन।

थोड़ी देर बाद दोबारा लाइट आ गई और अब हम लोग छत पर चले गए थे छत पर काफी अच्छा मौसम था उस दिन हम लोग काफी देर छत पर ही रहे और उसके बाद हम लोग नीचे चले आए।

मैंने महेश को कहा महेश तुम भी आराम कर लो महेश और पायल दूसरे रूम में सोने के लिए चले गए मैंने उनके रूम में सब कुछ रखवा दिया था रचना और मैं बैठकर अब एक दूसरे से बात कर रहे थे मैंने रचना को कहा रचना आज तुम्हारा बर्थडे सेलिब्रेशन तो अच्छा रहा।

वह कहने लगी कि रोशन मैं तुम्हें उसके लिए धन्यवाद देना चाहती हूं तुमने मेरा बर्थडे बड़े ही अच्छे से सेलिब्रेट किया और तुम्हारे दोस्तों ने भी बहुत इंजॉय किया।

मैंने रचना को कहा मैंने तुम्हें कहा था कि तुम्हारे जन्मदिन को हम लोग बहुत ही खास बना देंगे और आज महेश की वजह से तुम्हारा जन्मदिन बहुत खास बन गया।

रचना कहने लगी महेश बहुत अच्छा डांस कर लेते हैं तो मैंने रचना को महेश के बारे में बताया और कहा महेश को बचपन से ही डांस का शौक था लेकिन उसके पिताजी की जिद की वजह से वह अपना यह सपना पुरा ना कर सका।

मैंने रचना को कहा मुझे नींद आ रही है तो रचना कहने लगी कि रोशन मैं भी आज काफी थक चुकी हूं और हम लोग अब सोने की तैयारी में थे थोड़ी ही देर में हम दोनों सो गए।

मुझे काफी गहरी नींद आ चुकी थी लेकिन अचानक से मेरी नींद खुली और उसके बाद मुझे नींद ही नहीं आ रही थी मैंने जब रचना की तरफ़ देखा तो रचना बहुत गहरी नींद में सो रही थी फिर मैं भी सोने की कोशिश कर रहा था।

मुझे नींद नहीं आ रही थी मैंने सोचा कि छत पर चले जाता हूं मैं जब छत पर गया तो उस वक्त लाइट नहीं थी इसलिए मैं अपने मोबाइल की जलाकर छत पर बैठा हुआ था।

मेरे पीछे से किसी ने हाथ रखा मैंने जैसे ही पीछे पलटकर देखा तो पीछे पायल थी पायल भी मेरे साथ बैठ गई मैंने पायल से कहा तुम अभी तक सोई नहीं हो? वह कहने लगी मुझे नींद नहीं आ रही थी मैंने तुम्हें छत में आते हुए देख लिया था तो सोचा मैं भी तुम्हारे साथ बैठ जाती हूं।

वह मेरे साथ बैठी हुई थी मैंने उससे कहा महेश कहां है? वह कहने लगी महेश तो सो रहे हैं हम दोनों एक दूसरे से बात कर रहे थे लेकिन मेरी नजर पायल के स्तनों पर पड़ रही थी।

उसने जो नाइटी पहनी हुई थी उसमें वह बड़ी गजब लग रही थी हालांकि वह नाइटी रचना की थी लेकिन उसके बदन से उसके उभार साफ़ दिखाई दे रहे थे। मैंने पायल की जांघ पर हाथ रखा तो पायल ने भी कोई आपत्ति नहीं जताई और मैंने अपने हाथ को आगे बढ़ाते हुए पायल के स्तनों पर रखा।

जैसे ही पायल के स्तनों को मैंने दबाना शुरू किया तो वह मुझसे आकर लिपट गई वह मुझसे आकर लिपट गई तो मैंने उसके होंठों को चूमना शुरू किया। उसके होठों को चूम कर मुझे मजा आने लगा मै उसके होठों को बड़े अच्छे से चूम रहा था काफी देर तक उसके होठों का रसपान करता रहा।

मेरे अंदर से गर्मी निकल रही थी मै खुश था मैंने उसे नीचे लेटकर नाइटी को उतारते हुए मैंने उसकी पैंटी को उतार दिया। मै उसकी पैंटी नीचे उतर चुकी थी अब मैं अपना लंड उसकी चूत में डालने के लिए तैयार था लेकिन जब मैंने उसकी कोमल चूत के अंदर अपनी ऊंगली को घुसाया तो पायल मचलने लगी पायल के मुंह से निकलती हुई सिसकियां बढ़ने लगी थी।

वह मेरे लंड को चूत में लेने के लिए तैयार बैठी थी मैंने भी अपने लंड को उसकी चूत के अंदर डाल दिया जब मैंने उसकी ब्रा को उतार कर उसके निप्पल को चूसना शुरू किया तो वह खुश होने लगी।

मैं उसके स्तनों को अपने हाथ से दबाता उसके निप्पल को अपने मुंह में लेता मेरा लंड उसकी चूत के अंदर बाहर हो रहा था उसने मेरी कमर पर अपने नाखूनों के निशान भी मार दिए थे मैंने अपने दांतों के निशान पायल के स्तनों पर लगा दिए थे जिससे की पायल पूरी तरीके से उत्तेजित हो चुकी थी।

वह अपने आपको बिल्कुल भी रोक नहीं पा रही थी और ना ही मैं अपने आपको रोक पा रहा था मेरा लंड बड़ी तेजी से पायल की चूत के अंदर बाहर हो रहा था।

पायल की चूत के अंदर बाहर लंड बड़े अच्छे से हो रहा था उसकी चूत के अंदर से जिस प्रकार से मेरा लंड अंदर बाहर होता है उससे उसकी गर्मी बढ़ जाती। पायल अपने आपको बिल्कुल भी रोक ना सकी वह मुझे कहने लगी मैं अपने आपको बिल्कुल भी रोक नहीं पा रही हूं लेकिन जिस प्रकार से मैंने पायल की चूत के मजे लिए उससे वह बड़ी ही खुश नजर आ रही थी।

उसकी चूत के अंदर मैंने अपने वीर्य को गिरा दिया पायल की चूत में मेरा वीर्य गिर चुका था और पायल ने मुझे कहा कि मैं तुम्हारे लंड को अपने मुंह में लेना चाहती हूं उसने मेरे लंड को अपने मुंह में ले लिया और बड़े ही अच्छे से मेरे लंड का रसपान कर रही थी।

वह जब मेरे लंड को चूस रही थी तो मेरे अंदर एक अलग ही गर्मी पैदा हो रही थी मेरा लंड उसके गले तक जा रहा था उसने पूरी तरीके से मेरे वीर्य को अपने मुंह के अंदर ले लिया था।

हम दोनों काफी देर तक एक दूसरे के साथ बैठे रहे जब हम लोग रूम में सोने के लिए आए तो पायल ने मुझे कहा आज तुम्हारे साथ सेक्स करने मे मजा आ गया। पायल की इच्छा को मैंने पूरा कर दिया था उसके बाद पायल मुझसे चुदने के लिए हमेशा तैयार रहती।

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