कंप्यूटर रिपेयर करते वक़्त मिली भाभी

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मेरा नाम अमित है मैं 32 साल का युवक हूं लेकिन मेरी नौकरी छूट चुकी है। जिसकी वजह से मुझे फिलहाल कहीं नौकरी नहीं मिल रही थी तो मेरे मामा जी ने मुझे कहा कि मैं तेरी नौकरी लगवा दूंगा।

तुम एक काम करो मेरे पास ही रहने के लिए आ जाओ मैंने उन्हें कहा कि मेरी बीवी बच्चे भी हैं  मैं कैसे आपके पास आऊंगा। वह काफी दूर भी है वह दिल्ली में रहते थे और मेरा घर अहमदाबाद के पास में पड़ता है

तो मैंने उन्हें मना कर दिया। लेकिन वह बड़ी जिद करने लगे मुझे कहने लगे कि तुझे अपने बच्चों का भरण पोषण भी तो करना है वह कैसे करेगा। मैं उन्हें कहने लगा कि बात तो सही है लेकिन मामा जी मैं कैसे आ सकता हूं

आपके पास लेकिन उन्होंने मुझे जिद करके अपने पास बुला ही लिया। उनका बहुत बड़ा कारोबार है उन्होंने कहा कि  मैंने इतने लोगों को नौकरी लगाई है तो क्या मैं तुझे भी नहीं नौकरी लगा सकता हूं। वह कहने लगे कि तुम मेरे पास आ रहा है उन्होंने मुझे टिकट करवाकर भिजवा दी तो मैंने कहा कि ठीक है मैं आपके पास आ रहा हूं।

मैंने अपनी बीवी से कहा कि तुम बच्चों का ध्यान रखना मैं अब कुछ समय तक दिल्ली में रहूंगा उसके बाद शायद 5 महीने बाद ही लौटना होगा। वह कहने लगी कि ठीक है आप अपना काम देखिए पहले काम जरुरी है।

बच्चों को मैं यहां संभाल लूंगी मेरी पत्नी का नेचर बहुत ही शांत स्वभाव का था। वह बहुत सारे काम खुद ही घर पर संभाल लेती है जिससे कि मेरे माता-पिता को कभी कोई तकलीफ नहीं हुई और ना ही मेरे बच्चों को

उसने कभी कोई तकलीफ होने दी। जब मेरी नौकरी चली गई थी उसके बावजूद भी उसने मेरा बहुत ही साथ दिया और हर जगह मेरे साथ खड़ी रही। मुझे यही बात उसकी बहुत अच्छी लगती है।

मेरी दोपहर की ट्रेन थी तो मैं स्टेशन पहुंच गया। मेरी बीवी भी वहां मुझे छोड़ने के लिए आई थी और अब मैं ट्रेन में बैठ चुका था लेकिन मुझे अच्छा भी नहीं लग रहा था कि मैं अपने घर से दिल्ली जा रहा हूं। मुझे अपने बच्चों को छोड़ने का मन बिल्कुल नहीं था लेकिन मेरी मजबूरी थी इस वजह से मुझे दिल्ली जाना पड़ा।

मैं सारे रास्ते भर यही सोचता रहा मुझे नींद भी नहीं आ रही थी और ऐसे ही मैं दिल्ली पहुंच गया। जब मैं दिल्ली पहुंचा तो मेरे मामा जी ने मेरे लिए गाड़ी भिजवाई हुई थी उनका ड्राइवर मुझे लेने के लिए आया और अब मैं घर पहुंचा।

उन्होंने मिलते ही मुझे अपने गले लगा लिया और कहने लगे कि सफर कैसा था मैंने कहा कि सफर बहुत अच्छा रहा। मुझे कोई तकलीफ नहीं है लेकिन मुझे घर की बड़ी याद आ रही है। वह कहने लगी चिंता मत करो खुश रहो काम पर बिजी हो जाएगा तो बिल्कुल भी समय नहीं मिलेगा।

मेरी मामी भी तब तक अपने कमरे से बाहर आई और मुझे देखते ही खुश हो गई। उनकी उम्र भी 40 साल की है मैं भी उन्हें मिलकर बहुत खुश हुआ लेकिन वह बिल्कुल भी नहीं लगती कि उनकी उम्र 40 वर्ष की है। मैंने उन्हें भी गले लगा लिया वह मुझे कहने लगी कि बहुत अच्छा  किया  जो दिल्ली आ गया।

मैंने उन्हें कहा मजबूरी ऐसी बन गई थी क्या करता। तो मामी जी कहने लगी चिंता मत कर सब सही हो जाएगा। उनके बच्चे उनके साथ नहीं रहते हैं वह बोर्डिंग स्कूल में पढ़ते है। इस वजह से वह दोनों घर पर अकेले ही हैं

तो मैं भी उन्ही के साथ रहने लगा। शाम को मेरे मामा और मैं बैठे हुए थे और वो मुझे समझाने लगे कि किस तरीके का काम है। मुझे सारा अकाउंट का काम संभालना है और जितना भी हिसाब किताब और लेन-देन है

उस पर ध्यान रखना है। मैंने उन्हें कहा कि आप चिंता मत कीजिए मैं आपका सारा काम संभाल लूंगा। उन्होंने बोला ठीक है तुम अब आराम से कल ऑफिस और उसके बाद काम शुरु कर देना।

मैं अगले दिन ऑफिस चला गया और उन्होंने मुझे सारा कुछ समझा दिया। मैं अब उनके काम को अच्छे से संभालाने लगा। ऐसे ही मुझे काफी समय हो चुका था लेकिन मुझे मेरी बीवी की बड़ी याद आ रही थी। मैंने बहुत समय से किसी को चोदा नहीं था और ऐसे ही मैं सोच रहा था कि

मैं कहां जाऊं जिससे मेरी भडस मिट सके लेकिन मैं कहीं भी जा नहीं सकता था। मैं एक तो मामा के साथ रहता था और दूसरा मुझे समय भी बहुत कम मिल पाता था।

एक दिन मेरे मामा अपनी मीटिंग से कही दूसरे शहर जा रहे थे तो वह मुझे कहने लगे कि तुम ऑफिस का थोड़ा काम संभाल लेना और घर पर भी अपनी मामी का ख्याल रखना। मैंने कहा आप चिंता मत कीजिए आप जाइए और मैं सारा काम संभाल लूंगा। जैसे ही मेरे मामा जी गए तो मेरी मामी मेरे लिए सुबह नाश्ता बना कर लाई और मेरे पास में बैठ गई। वह मुझे कहने लगी कि तुम्हें तो अपने घर की बहुत याद आती होगी। मैंने कहा  क्यों नहीं आएगी मैंने काफी समय से अपनी बीवी को भी नहीं देखा है और ना ही सेक्स किया है। वह कहने लगी  तुम्हारे मामा तो मुझे चोदते भी नहीं है वह कहीं जाते हैं तो मुझे कुछ भी फर्क नहीं पड़ता है चाहे वह कहीं भी रहे। मेरी मामी ने एक पतली सी नाइटी पहनी हुई थी जिसके आर पार उनका सारा कुछ सामान दिखाई दे रहा था। मैंने कहा कि अरे आपने तो कुछ ज्यादा ही पतली नाइटी पहनी है वह कहने लगी बस यही तो फैशन है आजकल तुम्हें क्या पता उसके बारे में। मैंने अपनी मामी को कहा कि वह आप नहीं पहनेंगे तो भी चल जाएगा तो उन्होंने कहा क्या ऐसी बात है। उन्होंने तुरंत ही अपनी नाइटी को उतार दिया मैंने देखा कि उन्होंने अंदर से कुछ भी नहीं पहन रखा है वह एकदम नंगी थी। उनके स्तन और उनकी गाड़ी दिखाई दे रही थी। मैं वह देखकर खुश हो गया मैने कितने समय बाद ही किसी को नंगा देखा तो मुझे अपनी बीवी का ख्याल आ गया। मैंने सोचा कि आज  मैं उठा उठा कर अपनी भड़ास मिटाऊंगा। मैं लेटा हुआ था मेरी मामी ने तुरंत मेरे लंड को पकड़ लिया और उसे बाहर निकाल लिया और अपने हाथ से अच्छे से हिलाने लगी।

मैंने अपनी मामी को पकडकर उनके होठों को स्मूच करने लगा और मैं ऐसे ही उनके होठो को चूस रहा था मुझे बहुत अच्छा लगता जब मैं उनके होठों को किस करता। वह कहती कि तूने मेरी होठो को अपने होठों में लिया तो मुझे बहुत अच्छा लगा। मैं अपने हाथों से उनके स्तनों को भी दबा रहा था और ऐसे ही काफी देर तक मैं करता रहा। मुझे बहुत अच्छा लग रहा था जब मैं अपने मुंह में लेकर चूसता जाता। उनकी चूत बहुत ही ज्यादा नरम और मुलायम थी जब मैने हाथ लगाया तो उस पर एक भी बाल नहीं था। मेरा तो मन ऐसा हुआ कि उनक चूत को खा जाऊ। मैंने अपनी मामी को कहा कि आप तो बड़ा ही ध्यान रखते हैं अपना वह कहने लगी यह ध्यान तो रखना ही पड़ता है। ऐसे ही मैं उनकी चूत को चाटने लगा तो मुझे बहुत आराम मिल रहा था। अब मैने उनके मुंह में अपना लंड डाल दिया उन्होंने मेरा लंड चूसना शुरु किया और बहुत देर तक उसे चूसती रही। जिससे कि मेरा माल गिरने वाला था और ऐसे ही मेरा वीर्य एक बार उनके मुंह में जाकर गिर गया और उनका पूरा मुंह भर गया उन्होंने उसे अपने अंदर ही ले लिया।

मुझे बहुत अच्छा लगा जब उन्होंने मेरे माल को अपने अंदर ही निगल लिया। मैने अपनी मामी को अपने नीचे लेटा दिया और उनके दोनों पैरों को खोलते हुए उनके सुराख में अपने लंड को डाल दिया। जैसे ही मैंने लंड डाला तो वह चिल्ला उठी और कहने लगी तुम्हारा तो बहुत ही ज्यादा मोटा है। मैं ऐसे ही  उन्हें झटके दिए जा रहा था और उन्हें मे ऐसे ही चोद रहा था। उनकी चूत और मेरे लंड से जो गर्मी निकल रही थी वह बड़ी ही अच्छी थी जिसे मेरा शरीर पूरा गरम हो गया। मैंने उनके दोनों पैरों को कसकर पकड़ लिया और उन्हें चोदने लगा। उनकी चूतड मेरे लंड से ऐसे टकराती कि पता नहीं क्या हो गया अब मैं उन्हें ऐसे ही पेले जा रहा था मुझे बहुत अच्छा लग रहा था। जब मैं उन्हें चोद रहा था थोड़ी देर बाद मेरा वीर्य गिरने वाला था और मैंने अपने माल को उनके बड़े बड़े स्तनों पर ही गिरा दिया। जिससे कि उनके स्तन  गीले हो गए वह मुझे कहने लगी तूने इतना सारा वीर्य गिरा दिया। मैंने उन्हें कहा कि मामी जी इतने समय से मैंने किसी को भी नहीं चोदा है।

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