मस्त चुदाई के चक्कर में मौत से हुई टक्कर

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आजकल चूत और चुदाई बहुत ही आम बात हो गई है और इन्हें चोदना बिलकुल भी कठिन नहीं है क्यूंकि रंडियां हर चोराहे पे मिल ही जाती है | क्या नज़ारा होता है रांड वह हम यहाँ और उसके तीखे तीखे इशारे उफ्फ होश उदा देते है

वेसे तो हर इंसान जिंदगी में चोद लेता हा पर बात तब बनती है जब अगला आपसे खुश हो आपके लंड में इतना दम हो कि फटे हुए भोसड़े को और फाड़ दे | रंडी भी चुदने के बाद एक ही चीज़ बोले “वाह मेरे राजा एक बार और मेरी चूत बजा” | य तो हुई यहाँ वह की बाते अब आते है मैं मुद्दे पे और आज की कहानी का आरम्भ करते हैं |

मेरा नाम है जय कबाड़ी और में अपने काम के प्रति बहुत सजग रहता हूँ | चूँकि मेरी उम्र बस ४२ साल हा तो में एक दिन यहाँ वह अत जाता रहता हूँ काम के सिलसिले में | आज में आपके सामने इसलिए आया हूँ

क्यूंकि मुझे चोदने का बड़ा शोक है | में लड़कियों की सुन्दरता नहीं देखता मुझे बस नीचे वाले दो छेदों से मतलब है | में जब छोटा था तो स्कूल में दोस्तों के साथ लडकियों के ड्रेस के ऊपर मुठ मरता था |

जब भी लड़कियां मेरा लंड देखती थीं वो चोंक जाती थीं क्यूंकि मेरा बड़ा ही इतना था | जी हाँ मेरा लंड मस्त ८ इंच लम्बा हा और तीन इंच मोटा | इतने बड़े लंड से चुदने में जो मज़ा है वो और कहीं नहीं | मैं तो बस इतना जनता हूँ कि अगर किसी को चोदो तो इतनी शिद्दत से चोदो की वो बस दूसरी बार तुम्हे ही याद करे |

यही है जीवन की असली सच्चाई पर में तो साडी सीमाओं को तोड़ने के लिए इस दुनिया में आया हूँ और में हर चीज़ को मस्ती में करता हूँ | पर मेरी जिंदगी में भी एक बार वो पल आ गया जब मुझे एक साथी की ज़रूरत पड़ने लगी |

आप लोग ये मत सोचिये की में यहाँ कोई सेक्स स्टोरी आह्ह्ह ऊह्ह करूँगा | में तो यहाँ पे आपको अपना सच्चा तजुर्बा बता रहा हूँ जो की मजेदार होने के साथ साथ बिलकुल ज्ञान से भरी है |

ये बात है जब मैंने कॉलेज पास कर लिया था और मेरे माँ बाप ने मेरे लिए लड़की देखना शुरू कर दिया था क्यूंकि में एक क्लर्क बन चूका था और तनख्वा भी पर्याप्त थी | पर कुछ सालो बाद मेरा मन नहीं लगा और और मैंने काम छोड़ दिया | सोचने की बात ये है की मादरचोद जबतक नौकरी थी तब तक शादी नही हुई पर जेसे ही नौकरी ख़तम शादी तय हो गई | मेरी गांड तो इसे फटी जेसे ज्वालामुखी| पर ये भी कम नहीं था

क्यूंकि मेरी बीवी एक सरकारी नौकरी वाली थी | अब में एसा फस की क्या बताऊँ पर उसने सब कुछ आसान कर दिया और मैंने एक कबाड़ी का धंधा चालू कर दिया | इस धंदे ने मुझे इतना पैसा दिया की

मैंने अपनी बीवी की नौकरी बंद करवा दी और जब भी घर जाता उसे छोडके आता| पर मेरे लंड में तब आग लग गयी जब मेरी साली घर रहने आई |

मैंने अपनोई जिंदगी में जो भी किआ या जितनी भी भी लड़कियों के साथ चुदाई की पर मेरी शादी के बाद में सुधर गया था और अपनी बीवी को ही ठोंकता था | पर साली के आने के बाद मेरा मन पलट रहा था| वो बड़ी हो गई थी और उसके दूध भी बढ़ गए थे | मैंने उसकी हलती सी कमर भी देखी थी जो बिलकुल चिकनी और गोरी थी |

में बस उसको पकड़ने ही वाला था पर मैंने सोचा पटा के चूसने से दिक्कत नहीं होगी | में उससे खुद बातें करने लगा और उसको छूने लगा पर कई बार वो इसका विरोध करती| मुझे पता चल गया की ऐसे काम नहीं बनेगा पर मुझे उसका नंगा बदन देखना था | वो जिस कमरे में रुकी हुयी थी मैंने वहाँ उसके बाथरूम में कैमरा लगा दिया |

अब जो मैंने देखा वो किसीने नहीं देखा | पर मैंने देखा क्या ? मैंने देखा कि वो अपने कपडे उतार रही थी | उसने जब अपनी सलवार खोली तो उसका नीला ब्रा मेरे सामने था और उसके बड़े तो नहीं हाँ पर स्तन मस्त थे |

निप्पल बिलकुल गुलाबी और सफेद बदन मुझे दीवाना कर रहा था | फिर उसने अपनी चड्डी उतारी और उसकी झांतो से भरी चूत मेरे सामने थी और मेरा लंड उफान पे था | आज के पहले ऐसा कभी नही हुआ था की में चोदने से पहले झड गया पर मेरी साली ने ऐसा कर दिखाया था | मेरे लंड से बूँद बूँद करके मुठ निकल रहा था |

अब तो मैंने पूरा मन बना लिया था की इसे तो में चोद के ही रहूँगा भले ही कुछ भी करना क्यों न पड़े | मेरे दिमाग में कुछ आया और मैंने एक प्लान बनाया | मैंने अपनी बीवी को बहार भेज दिया यात्रा पर अपने माँ बाप के साथ और अब में और मेरी साली अकेले थे कुछ दिन तक सब ठीक था

पर एक दिन में घर जल्दी आया और मैंने उससे कहा की चलो बारिश हो रही हा भीगते हैं| वो मान गई और हम दोनों छत पे चले गए | अब हम दोनों खूब भीगे और नीचे आ गए |

मैंने कहा अंजू जाया तौलिया लेकर आना और वो चली गई | मैंने उतने समय में अपने टीवी पर ब्लू फिल्म लगा दी | जेसे ही वो आयी उसने देखा तो वो बोली ये क्या है इस बंद करो | मैंने जानबूझ के कहा की ये बंद नहीं हो रहा अब क्या करू | उसने टीवी बंद कर दी और वह से चली गई | मैंने भी सोचा पता नही क्या हुआ ओर में उसके पीछे गया और सीधे कामने में घुस गया| मैंने देखा वो नंगी थी और मैं उसे बस देखता रह गया |

उसने जल्दी से अपने आप को ढाका और बहार चली गई| मैं रात में घर आया और माफ़ी मांगी तो उसने बोला कोई बात नहीं हो जाता है | ये सुनते ही मुझे अच्छा लगा और मैंने कहा सुनो मैं तुम्हे पसंद करता हूँ | वो बोली आप मेरी बहन के पति हो और ये अच्छा नहीं है और जोर से रोने लगी |

मैंने उसे गले लगे और कहा कुछ देखोगी तो उसने कहा क्या मैंने कैमरे की साडी रिकॉर्डिंग दिखाई और कहा में तुम्हे चोदना चाहता हूँ | वो और जोर से रोने लगी पर में धीरे धीरे उसके सारे कपडे उतारने लगा और वो रो रही थी |

मैंने उसे नंगा करके उसके स्तन चूसे और खूब जोर जोर से उनपे काटने लगा | वो अब सिस्कारिया भर रही थी | उसने मुझसे कहा अब कर ही रहे हो तो थोडा आराम से कर लो न | में भी उत्साहित हो गया और उसकी बात मान ली | कभी में उसके पेट और नाभि पे चुम्मा लेता तो कभी उसकी गांड चाटने लगता | उम्म्मम्म्म्म जीजा जी मेरी चूत कुंवारी और प्यासी है उसको भी प्यार करो |

मैंने उसकी गुलाबी चूत पे अपनी जीभ राखी जो कि बिलकुल गीली थी और उसे चूसने लगा | जेसे ही मैंने थोड़ी देर तक ये किआ उसने सारा मुठ मेरे मुह पे गिरा दिया | अब वो ढीली पड गई थी पर मेरा लंड ताना हुआ था |

चूँकि ये उसका पहली बार था तो मैंने उसे अपना लंड नहीं चुसाया | वो एक बार फिर से तैयार हो गयी थी और मेरा भी समय अ गया था | ऊह्ह्ह्ह ऊऊउफ़्फ़्फ़्फ़् अब मुझसे रहा नहीं जाता मेरी चूत में लंड डालो |

मैंने सोचा बड़ा मज़ा एगा क्यूंकि उसकी चूत कुंवारी है | मैंने अपना लंड उसे दिखाए बिना उसकी चूत पे रख के धीरे से अन्दर डाला | वो चिल्ला पड़ी ऊउईईइ माआआआआआआअ मर गई निकालो इसे मैं मर जाउंगी |

मैं कहा सुनने वाला था | मैंने धीरे धीरे हिला के एक झटके में पूरा अन्दर किया और वो अब उम्म्मम्म्म्म करके रह गई | मुझे मज़ा आया क्यूंकि इतनी टाइट चूत बस मेरी बीवी की थी जिसे में चोद चूका हूँ | फच्च्च फच्च्च फच्च्च धप्प धप्प इन आवाजो से पूरा कमरा गूंजने लगा | और वो भी मज़े लेने लगी |

मैंने उससे कहा चलो अब घोड़ी बन जाओ अब में तुम्हरे गांड का छेद भी बड़ा कर दूँ | वो घोड़ी बनी और उसकी गांड भी बड़ी टाइट थी | पर मैंने एक ही धक्के में लंड उसके अन्दर पेल दिया | वो बेचारी चिल्लाती रह गई |

मैंने उसे दिलभर के खूब चोदा | फिर मैंने अपना मुठ उसकी गांड में ही गिरा दिया और उसका पूरा पानी मेरे लंड पे लगा हुआ था | अब हम दोनों थक गए थे और एक दुसरे के ऊपर नंगे लेते हुए थे | वो मेरे बगल में आई और बोली मुझे आज पता चला दीदी इतनी खुश क्यों है |

मैंने बोला वो सब हटाओ चूत से खून क्यों नहीं आया | वो बोली मैंने अपनी ऊँगली से सील तोड़ दी थी |

पर आपने तो मेरी गांड और चूत दोनों फाड़ दी | मैंने कहा मेरा लंड खड़ा है फिर से करना है मुझे तुम्हरी चुदाई| उसने मेरा लंड देखा और बोली क्या अभी में इससे चुद रही थी | बाप रे तभी तो मैं मरने वाली थी |

फिर उसने मुझे गले लगाया और प्यार से चूम के बोली ये लो मेरी चूत और जितना चोदना है चोद लो | पर मेरा पानी ज़रूर पीना | मैंने कहा ठीक है मेरी साली आज तू मेरी घरवाली |

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