रंडी, रंडी और सिर्फ रंडी की चुदाई

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 हेल्लो मेरे दोस्तों आपकी माँ का भोसड़ा अगर आपको बुरा लगा हो तो माँ चुदाओ क्यूंकि घंटा कुछ उखाड़ नहीं लोगे मेरा | बहनचोद आज मैं एक नयी कहानी लेकर आया हूँ और मेरा नाम सबको पता है बब्बन बिल्लो |

मेरा लंड छप्पन किलो का है जैसा कि अपने एक मंत्री का सीना | मादरचोद मैय्या चोद के रख दी है

देश की और बेरोजगारों की तो गांड ही मार ली है | बहनचोद ये टैक्स वो टैक्स इसकी माँ का चूत कुछ दिन बाद टट्टी करने पर भी टैक्स लगा देना तुमाहरी अम्मा का भोसड़ा | देखो अब कर तो दिया ही है तो सुन भी लो |

बंद करो मतदान तुमाहरी बहन को चोदें | बी पी सिंग मंडल जैसे सुर में घुस गए अपनी अम्मा के बुर में | तो दोस्तों जैसा कि मैंने कहा तुमाहरी अम्मा का भोसड़ा कहानी सुनोगे तुम लोग |

हाँ मादरचोद बेरोजगारों के पास कोई काम तो है नहीं बस कहानी लिख के तुम लोगों का मनोरंजन करना ही तो रह गया है बस | चलो अब आ ही गए हो तो सुन ही लो मादरचोदों क्या याद रखोगे तुम लोग किस दिलदार से पाला पड़ा था | मैंने वैसे चुदाई तो कई बार की है पर एक बार की चुदाई मेरी जिंदगी का हिस्सा बन गयी जब

मैंने एक रंडी को पकड़ के चोदा था | वो दिन मेरी ज़िन्दगी का सबसे अच्छा दिन था क्यूंकि उस गाँव में रंडियां सस्ती थी और उनको जितना भी चोद लो मादरचोद फिर भी हस्ती थी |

मैं चूतपुर की बात कर रहा हूँ और ये तालिबान के पास पड़ता है जो कि गांड नगर के पास है | अब बुर के प्यासों ढूँढने मत लगना इस जगह को नहीं तो गांड पे इतनी गोलियां पड़ेंगी कि न तो गिन पाओगे और ना ही हग पाओगे |

मैं वहां ना जाने कैसे पहुँच गया और मैं ना जाने कैसे पता लगा लिया उस जगह का | हाँ बहनचोद पता है मैं बेरोजगार हूँ और बस यही एक काम है मेरे पास | पैसे के बारे में मत सोचना कहाँ से आये |

क्यूंकि बहुत कुछ गंवाना पड़ता ऐसी हालत में तब जाके पैसे मिलते है | कभी कभी तो ऐसा लगता है बहनचोद डिग्री को अपने प्रोफेसर की गांड में घुसा दूँ और कहूँ मादरचोद मतलब क्या निकला इसका बता मुझे आज |

हाँ इसकी बुर का बाल ये थीटा वो थीटा मादरचोद इसको कहाँ इस्तेमाल करना है आज तक पता ही नहीं चला | परा इस बहनचोद ने फ़ैल बड़ा करवाया है स्कूल और कॉलेज में | मैंने तो कभी इसको ढंग से पढ़ा ही नहीं इसलिए कोई गम नहीं पर दुसरे भी गंड मरे है जो इसका पाप आज तक धो रहे हैं |

तो जैसा मैंने कहा मैं उस गाँव में जा पहुंचा और वहां मुझे लडकियां दिखी | पहले तो वो गन्दी सी लग रहीं थी पर जैसे ही मैं पास गया तो साला हूर थीं सारी की सारी | उसके बाद क्या था बस मैंने सबसे बात करना शुरू कर दिया |

मैंने उस गाँव के बारे में पूछा और वो लोग मुझे बड़े अच्छे से सब बता रहीं थी | वो सब मुझे ऐसे देख रही थी जैसे मैं कोई भगवान् हूँ | मैंने पूछा यहाँ दारु मिलेगी क्या |

तो वो मुझे लेकर गयी और वहां एक बार था जहाँ सेक्सी लडकियां देसी परिधान पेहेन के दारु परोस रहीं थी | वहां देखके मुझे लगा मर्दों की संख्या कम थी | पर मुझे उससे क्या मुझे तो दारु पीनी थी | मैंने वह गया और मैंने कहा बस अपने हाथों से कुछ पिला दो जानेमन |

उसने भी मुझे अपने हाथ से नजाने या पिलाया एक ही पेग में नशा हो गया | वाह मुझे मज़ा आ गया और मैंने कहा और पिलाओ आज तो तेरे हाथ से मर भी जाऊं तो कोई गम नहीं और वो मुझे पिलाती गयी |

दूसरी लड़की आई और उसने मुझे अपने हाथों से चिकेन खिलाना शुरू किया और मैं दिनभर यही करता रहा | मैंने पूछा कितने पैसे हुए इसके तो उसने कहा नहीं आज पैसे नहीं लगेंगे आप के लिए सब मुफ्त है | मैंने कहा वाह जी वाह अब तो मैं हमेशा यहीं रहूँगा क्यूंकि यहाँ जन्नत है | उस दिन के बाद से मुझे किसी चीज़ की कमी नहीं हुयी | मैं जब भी जाता मुझे पैसे नहीं लगते पर ये चीज़ मेरे मन में एक सवाल पैदा कर रही थी |

मैंने सोचा आज तो मैं पता लगा के रहूँगा | तो मैंने वहां बैठे हुए मर्दों की शकल देखि और मुझे वो उदास से लगे | जब वो बार से निकले तो अलग अलग घरों में घुस गए और फिर उन घरों से आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म

ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा

ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः की आवाज़ आने लगी | मुझे यकीन हो गया ये साले चुदाई करते हैं | फिर जब वो बाहर निकले तो मैंने उनसे पूछने की कोशिश की पर उन्होंने कुछ बताया नहीं |

अब मेरे मन में बेचैनी बढ़ गयी और मैं फिर से बार में गया जहाँ मुझे मस्त लड़कियों ने दारु पिलाई और चखना दिया | जब मेरा माल तेज हो गया तो मैंने सोचा अब मैं सीधा गर में घुस जाऊँगा और देखूंगा आखिर होता क्या है अन्दर ?

उसके बाद मैं गया और सीधा घर के अन्दर घुस गया और वहां मैंने देखा एक माल औरत एक लड़के को मार मार के उससे चुदवा रही है और वो बेमन से चोद रहा है | मैं चिल्लाया और कहा साले भडवे तुझे यहाँ सब कुछ मुफ्त में मिल रहा है और फिर भी तुन इन हसीन औरतों की प्यास नहीं बुझा पा रहा | रुक मादरचोद मैं दिखाता हूँ कैसे करते हैं |

मैंने तुरंत अपनी पेंट उतारी और मेरा 10 इंच का बड़ा मोटा और करिया लंड बाहर झूलने लगा | उस औरत की गांड फट गयी ये देख कर और उसने कहा अरे आप रहने दो ये करेगा ना | आप रहने दो | मैंने कहा नहीं आज इन लड़कों को देखके मेरा दिल दुःख गया है इन लडको को समझना होगा कैसे चुदाई करते हैं |

ये बोलके मैंने उस औरत को घोड़ी बनाया और उसकी गांड में अपना लंड एक बार में पेल दिया | इतनी हसीं गांड थी उसकी मेरा मन तो ललचा गया | वो चीख पड़ी और कहा अरे निकाल मेरी गांड फट गयी |

मैंने कहा रुक रंडी तुझे अभी चोदना बाकी है और मैंने दो तीन धाके लगा दिए | वो दर्द के मारे रोने लगी और मुझे धक्का देके भागने लगी | मैं भी उसके पीछे भागा और बाहर वोई औरत चिलाने लगी भगवान् आ गए बड़े लंड वाले मुझे बचाओ | मैंने उसको कहा रुक साली और जोर से उसके पीछे भागके उसको पकड़ लिया |

वहीँ सबके सामने मैं उसकी गांड मारने लगा और वो रोने लगी | मैंने उसको चोदना बंद नहीं किया और उसको चोदता रहा मेरे मुह से आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः

अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ

ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः की आवाज़ निकलती गयी और आधे घंटे की चुदाई के बाद मेरा माल उसकी गांड के अन्दर ही निकल गया |

मैं उसको चोदके उठा तो सब मुझे घेर के खड़े थे | मैंने कहा देख मादरचोद ऐसे होती है चुदाई | सारी औरतों ने अपने कपडे उतार दिया और मेरे लंड से खेलने लगीं और उसको चूमने लगीं | थोड़ी देर बाद मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया और मैंने एक औरत को पकड़ा और उसको चूमने लगा | उसके दूध काफी बड़े और गोल थे |

मैं उसके दोध चूस रहा था और बाकी औरतें मेरी गांड चाट रही थी और मेरे लंड को चूस रही थी | मैंने उनको सब करने दिया फिर मैंने उसको वहीँ बैठाया और उसकी चूत पे अपना मुंह लगाके चाटने लगा |

वो आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः

अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः करने लगी और उसके बाद मैंने अपना लंड उसकी चूत में घुसेड दिया |

उसकी चूत के पानी से मेरा लंड आसानी से अन्दर चला गया और वो सिस्कारियां लेने लगी | मैंने उसको जम के चोदा और वो भी मस्त चुदते हुए मुझसे कह रही थी आज म अं धन्य हो गयी |

मैंने उसे भी एक घंटे तक चोदा और उसकी चूत में अपना माल भर दिया | धीरे धीरे मैं सबको चोदने लगा और हम सब उस गाँव में नंगे घूमने लगे | मेरे वहां होने से खुशियाँ रहती थी और मुझे हमेशा चुदाई और मुफ्त में सब मिलता रहता था |

तो अब मुझे कोई दिक्कत नहीं थी और मैं अपने घर भी आता जाता रहता था |

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