जब तक है लंड में दम….. सनम तुझको पेलेंगे हम

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आप सब का स्वागत है इस हसीन चुदाई की महफ़िल में जहाँ हम जेसे सज्जन पुरुष आप जेसे सेक्स के पुजारियों से रूबरू होते हैं | दोस्तों गांड की खुजली क्या है? क्या है भसोड़ी वालों बताओ न |

अच्छा सॉरी! देखिये अगर हम यह समझ जाएँगे की गांड की खुजली क्या है उस दिन हमारे सारे दुखों का अंत हो जाएगा और हमे ज्ञान की प्राप्ति होगी | पर फिलहाल के लिए इतना जान लो की जब कभी भी जिंदगी आपकी तबियत से गांड मारना चाहती है तब आपकी गांड में खुजली होती है और आप उड़ता हुआ तीर अपनी गांड में घुसा लेते हैं |

मेरा नाम विजय है और में जयपुर से हूँ | और में आपको जिंदगी एक सबसे बड़ा सच बताने जा रहा हूँ | हम उड़ते हुए तीर पे थे तो इससे मुझे एक किस्सा याद आ गया गोपी का| गोपी मेरा दोस्त हा पर बहुत ही चुदक्कड तरह का इंसान है | गोपी के लंड की टोपी हमेशा उसकी गांड में खुजली पैदा करती है | एक बार बेचारा रंडी चोद रहा था तो उसके बाप ने देख लिया | मैंने कहा मादरचोद जब चोदना ही था तो घर पे क्यों चोदा |

इस बार फिर गोपी जी की गांड में खुजली हुई और सर्दी के मौसम में….. अँधेरी रात हम चार दोस्तों के साथ वो गांडू भोसड़े की तलाश में निकला पर उसे कोई दिखा नही | सामने एक कुतिया दिखी तो उसने इसे ही चोदने का मन बना लिया | जेसे ही उसने कुतिया को चोदना शुरू किया हम लोग किनारे बैठ गए और उसे पत्थर मारने लगे| पर हमलोग ये भूल गए की कुतिया में लॉक सिस्टम होता है | साला…….. उसका लुंड अन्दर फस गया और सुबह हो गई |

सुबह सुबह ये मनमोहक दृश्य देखा लोगो ने और आगे बढ़ते गए| उसी समय गोपी का बाप वहाँ से निकला और ये शब्द कह दिए “ चोदते चोदते सुबह हो गई लंड में पड़ गए छाले—— कुतिया की चूत गुफा हो गयी वाह रे चोदने वाले” | चलिए ये तो हुई गोपी की बात जो अब दो बच्चो का बाप है |

अब समय आ गया है मेरा कि में आपको एक और सच्चाई से मुखातिब करूँ | में एक सामान्य सा लड़का हूँ पर में सपने बड़े देखता हूँ इसलिए में मुजरा अपने घर में ही करवाता हूँ | देखिये ये एक और उदाहरण हो सकता था उड़ते हुए तीर को गांड में लेने का पर हम तो होशियार के लंड से पैदा हुए हैं | हम ये अकेले करतें हैं साथ में बस एक मित्र होता है किशन| जो नचनिया अति हा मेरे घर वो बड़ी ही कटीली और गद्रीले बदन की मल्लिका है | वो इतना सेक्सी डांस करती है क लोगो की गांड से धुआं और लंड से पसीना निकल आये |

जब मुजरा ख़तम हुआ तो किशन का मन बड़ा खुश था | उसने मुजरे वाली कमला से कहा बोल क्या लेगी आज मांग ले दिल खोल के| वो बोला दारू पीयेगी…… या नगद रुपय लेगी…… अगर कोई दुसमन हो तो भी बता उस मादरचोद की गांड मार लूँगा | एक बार अपने नाज़ुक होंटो से इशारा तो कर मेरी जान!

में जानता था ऐसी औरते रंडी होती है पर आज देख भी लिया था | उसकी बेहेंनचोद के दिमाग में क्या चल रहा था ये उसने एक शायरी बोल के समझाया| किशन तो पहले से ही उसके मुझ्रे के जाल में फास गया था तो उसने झट से बोला बोल मेरी रानी तुझे क्या कहना है |

उसने कहा मुझे तुमाहरे बिस्तर पे अपनी चूत का गरमा गरम पानी गिराना है | किशन पहली बार तो कुछ समझ नहीं पाया फिर दुबारा जब उसने सोचा तो बोला क्यों रे मादरचोद ये क्या बोल रही है |

पर अब बेचारा किशन फस गया था क्यूंकि उसने अपने मुह से बोला था कि जो मांगना है मांगो| फिर भी उसने सोचा की इसको कुछ और बोलके देखता हूँ पर वो ना मानी | माने भी क्यों रंडी जो थी इसलिए किशन ने उसे एक हफ्ते का समय दिया | देखिये नशे में इस गांडू ने भी उड़ता हुआ तीर लिया अपनी गांड में | मेरा क्या है मैं तो मज़े लेता हूँ दूर से बैठकर| अब किशन की गांड फट रही थी और उसने मुझे कहा की भाई कुछ मदद कर यार |

मैंने सोचा कि कुछ ले देके बात संभालू पर कुछ हो न पाया| जेसे जेसे दिन बीत रहे थे चूत पानी दिन पास आ रहा था | अब हम दोनों यही सोच रहे थे की करे तो क्या करे क्यूंकि वो तो रंडी है अगर नहीं करने दिया तो साली हल्ला मचा देगी | फिर आखिरकार वो दिन आ ही गया जिस दिन उसकी चूत से पानी गिरना था |

अब उसने बिलकुल हीरोइन वाली स्टाइल में घर में एंट्री मारी और आकर बिस्तर पर बैठ गयी| किशन की तो दो दिन से टट्टी ही नहीं निकली थी और उसने मुठ मरना भी बंद कर दिया था | यही एक चीज़ थी जो मेरे दिमाग में घूमी और मैंने कहा किशन अबसे हम हर बार मुफ्त में रंडी चोदेंगे |

वो कपडे उतर के लेट गई और बोली की में ऊँगली करना शुरू करुँगी और गरम पानी निकलूंगी | मैंने कहा ठीक है तुझे जो भी करना है तू कर पर अगर एक बूँद भी मूत की गिरी तो तुझे हम दोनों मुफ्त में चार दिन तक लगातार चोदेंगे | उसकी गांड फट गई और वो बोली ठीक है |

उसने अपनी बड़ी चूत में ऊँगली फेरना शुरू किया और गल्दी से मूत निकल आया | बस फिर क्या था अब हमारी बारी थी और हम भी अपनी जुबां के पक्के थे | सबसे पहले हम दोनों ने उसके पूरे कपडे उतारे और दूध को चूसना शुरू किया | इतना चूसा उसका दूध की वो बेचारी चार बार झड गई और उसके दूध भी काफी बड़े थे |

अब उसके निप्पल एक दम लाल हो गए थे और वो अब लंड लेने के लिए तड़प रही थी पर दोनों हरामी थे | इसलिए सबसे पहले मैंने उसकी में अपना लंड रखा और किशन ने उसकी गांड के छेद पे और सोनो ने एक साथ अन्दर घुसा दिया| पूरा अन्दर गया और उसकी चीख निकल गई|

आआआह्ह्ह्ह धीरे चोद गांडू मेरी गांड फाडेगा क्या ? मादरचोद तेरी वजह से दो दिन से टट्टी नहीं गया हूँ आज तो हिसाब बराबर करूँगा | उम्म्मम्म्म्म तो चोद मुझे जितना चोद सकता है में तैयार हूँ |

आआआह्ह्ह्ह ऊओह्ह्ह्ह्ह्ह् रंडी को कुतिया बना दिया सालों | बेहेंचोद की गांड फट गई क्यूंकि पहले दिन हमने उसे तेरह घंटे चोदा था और उसकी चूत छिल गयी थी| वो रोने लगी थी और ये समझ गयी थी कि इस बार कमीनो से पाला पड़ा है| अब हम सो गए और उसे बाँध दिया ताकि वो भाग न जाये |

दूसरा दिन हुआ और हमलोगों ने नाश्ता किया और उसे भी करवाया और सीधा उसके मुह में लुंड देके हिलाना शुरू कर दिया और वो मस्ती में चूस रही थी | हमलोगों ने दो बार उसके मुह में मुट्ठ मारा और उसे पिला दिया| वो रोने लगी और हाथ जोडके बोली मुझे जाने दो प्लीज| पर हमलोग भी बड़े चुदक्कड थे इसे केसे किसी रंडी की बात मानते | मैंने कहा तूने अपने टाइम पे नहीं मन तो हम क्यों मने अब चुद साली |

फिर हमलोगों ने तबीअत से उसकी चूत के छेद में अपने लंड घुसा दिए और धेरे धीरे अन्दर बहार करने लगे और वो मरने लगी | आआआह्ह्ह्ह मेरे भोसड़े को फाड़ दिया बस करो दो छेद हैं अलग अलग डालो |

में नहीं रुका और उसे पलता ही गया | फ्च्छ्हह फ्च्छ्हह की आवाज़े आने लगी जब हम दोनों ने तेल लगाके उसकी चूत और गांड मारी और एसा लग रहा था जेसे कमरे में कोई ताली बजा रहा है | क्या नज़ारा था उसकी चूत से सफ़ेद पानी की धार गिर रही थी और तब मैंने कहा देख इसे बिस्तर गीला किया जाता है रंडी अब अपने बाप से मत उलझना

तीसरा दिन हुआ और अब हमने उसे घोड़ी बनाया और किशन ने पीछे से और आगे से मैंने उसके मुह को चोदना शुरू किया | इस बार हमलोगों को भी उसपे दया अ गयी और हमने चुदाई बंद करके उससे कहा लो हमारे लुंड से मुठ गिरा दो और उसने कर दिया फिर मैंने उसे गले से लगा के कहा क्यों किया था ऐसा | वो बोली मेरी गांड में खुजली थी इसलिए मैंने ऐसा किया पर अब में समझ गई हूँ की ये गलत है |

मैंने उसे खूब किस किया और उसे प्यार किया और मुझ पर फ़िदा हो गई और हम दोनों में दोस्ती हो गई | उसने कहा वेसे ऐसी चुदाई आज तक कभी नहीं हुई| तो मैंने उसे कहा जब मन हो आ जाना मेरी जान | वो भी मुस्कुरा के बोली अब तो तुम्ही मेरी चूत मरोगे और तुम दोनों से मैं पैसा नहीं मांगूंगी |

फिर क्या था जब चुदाई का मन करता हम उसे बुलाते और तबीअत से दिनभर चोदते और वो भी मस्ती में गांड उठा के चुद्वाती | तो पाठकों इस कहानी से आपको सबक लग गया होगा की गांड की खुजली को काबू में रखना चाहिए |

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