चूत है भरी भरी और तुम गांड मारने की बात करते हो

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मेरा नाम राकेश है और मैं एक स्टूडेंट हूं। मैं अपनी पढ़ाई में बहुत ही ध्यान देता हूं। मेरी उम्र 18 साल की है। मेरा ज्यादा संपर्क किसी और से नहीं रहता है ना ही मेरे दोस्तों से और ना ही और किसी से तो मैं अपने ट्यूशन जाता हूं। उसके बाद सीधा घर पर लौट आता हूं। लेकिन आज सुबह की बात है।

मुझे गाड़ी नहीं मिल रही थी। मैं  टैक्सी से जाने लगा। जैसे ही मैं कार से जाने लगा। तो वहां पर एक लड़की आ गई और वह मुझे कहने लगी मुझे देर हो रही है। क्या तुम मुझे जाने दोगे मैंने उसे कहा कि मुझे भी जल्दी ट्यूशन जाना है नहीं तो मेरे ट्यूशन मास्टर मुझे बहुत ही गाली देने वाले हैं।

वह मुझे बहुत बुरा डाटेंगी  क्योंकि वह बहुत ही गुस्सैल किस्म के व्यक्ति हैं। तो वह लड़की भी मुझे यही कहने लगी कि मुझे भी आज ऑफिस टाइम पर पहुंचना है।

अगर मैं नहीं पहुंची तो मेरे भी बहुत ही ज्यादा टेंशन हो जाएगी। मैंने उसे कहा कि एक काम करते हैं। हम दोनों ही इसी कार में चल लेते हैं और आपको जहां जाना है।

वहां चले जाना मुझे तो पहले ही उतरना है। वह कहने लगी ठीक है ऐसा ही करते हैं। अब जब हम जाने लगे तो उसने मुझसे पूछा तुम क्या करते हो।

मैंने उससे कहा कि मैं कॉलेज में पढ़ता हूं और सिर्फ अपनी पढ़ाई पर ही ध्यान देता हू। मैंने काफी कुछ उसे अपने बारे में बता दिया था।

मैंने उससे भी पूछ लिया कि आप क्या करती हैं। वह कहने लगी मैं एक कंपनी में जॉब करती हूं। वहां पर मैं अकाउंटेंट हूं। उसने मुझसे पूछा कि तुम्हारी जो टीचर हैं वह क्या तुम अच्छे से पढ़ाते हैं।

मैने कहने लगा हां अच्छे से पढ़ाते हैं। मैंने उसे कहा यदि आपके यहां पर भी कोई हो तो आप मुझे बता दीजिएगा। तो वह कहने लगी तुम मेरे पास ट्यूशन पढ़ने आ सकते हो।  तुम्हें आपत्ति ना हो।

वह एक नंबर की माल थी तो मैं उसे कैसे मना कर सकता था। मैंने उसका नंबर ले लिया और उसे कहा कि ठीक है। मैं आपको फोन कर दूंगा। मैं भी नहीं चाहता हूं कि मैं उस गुस्सैल टीचर के यहां पंढू।

वह बहुत ही गुस्सा करते हैं जब किसी को कुछ समझ में नहीं आता है। मैंने उस लड़की का नाम पूछा क्योंकि मेरा ट्यूशन आने वाला था जहां पर मैं जाता था। उसने अपना नाम  आंचल बताया वह चली गई। मैं भी कार से उतरा मैंने भी पैसे दिए और वहां से ट्यूशन के लिए निकल पड़ा।

आज मेरा ध्यान बिल्कुल भी नहीं लग रहा था। मुझे सिर्फ आँचल का ही ख्याल आ रहा था। वह कितनी सुंदर थी और उसने जो जींस  पहनी हुई थी। उसमे उसकी गांड साफ साफ दिखाई दे रही थी। आज मैं इसी  ध्यान में रहा और मैं पढ़ भी ना पाया। मैं अपने घर के लिए निकल पड़ा।

मैंने कुछ दिन बाद उसे फोन किया और मैंने कहा क्या मैं आपके घर आ सकता हूं पढ़ने के लिए वो कहने लगी ठीक है। मैं दो-तीन दिन में एडजस्ट कर लूंगी और तुम ट्यूशन पढ़ने मेरे घर पर आ जाना।

अब मैं उसके घर ट्यूशन पढ़ने जाने लगा। जैसे ही मैं उसके घर ट्यूशन पढ़ने गया। आज मेरा पहला दिन था तो उसने पहले मुझे पूछा कि अब तक तुमने क्या पढ़ाई की है। मैंने उसे सब कुछ बताया कि मैंने अपने ट्यूशन में क्या क्या पढ़ा है तो वह काफी रिलैक्स हो गई कि मुझे शुरू से नहीं पढ़ाना पड़ेगा।

अब वह मुझे पढ़ाना शुरू करने लगी मेरा पहला दिन बहुत ही अच्छा था। मैं सिर्फ आँचल को ही देखा जा रहा था। वह बहुत ही सुंदर है। जिससे कि मैं सिर्फ उसे ही देख रहा था और मैं अपने घर आया तो मैंने मुठ मारी क्योंकि वह मुझे बहुत अच्छी लगी।

मैं बहुत ही खुश हूं उसे देखकर आंचल भी बहुत खुश हो रही थी और वह कह रही थी कि तुम पढ़ने में बहुत ही अच्छे हो। मुझे कहने लगी कि तुम बातें बहुत प्यारी प्यारी करते हो। अगले दिन मैं ट्यूशन गया था।

आंचल ने लोअर पहना हुआ था और वह मुझे पढ़ा रही थी। लेकिन उसका लोअर नीचे से फटा हुआ था और शायद उसे ध्यान भी नहीं था। उसने अंदर से कुछ पहना भी नहीं था। उसका छेद साफ साफ दिखाई दे रहा था।

उसे यह बात शायद मालूम नहीं थी और वह मुझे पढ़ाने में लगी हुई थी। लेकिन थोड़ी देर बाद मैंने उसे कहा कि आपका नीचे से दिख रहा है। उसने अपने पैरों को एकदम से ढक लिया और कहने लगी तुमने क्या सब कुछ देख लिया है।

मैंने उसे कहा कि मैंने आपकी गोरी चूत देख ली है जिसमें कि तिल भी है। वो कहने लगी तुमने सब  कुछ देख लिया है। तो अब तुम मुझे चोदोगे। अब वह मेरे सामने बैठी हुई थी और मैंने उसे पकड़ लिया।

उसके लोअर को पूरा का पूरा फाड़ दिया और जैसे ही उसको लोअर फटा तो उसकी पूरी योनि मुझे दिखाई देने लगी और वह देखकर मेरा लंड़ खड़ा हो गया। मुझे ऐसा लग रहा था कि मेरी पिचकारी निकलने वाली है। मैंने जल्दी से अपने लंड़ को  बाहर निकाला और उसे हाथ से हिलाने लगा और मेरा वीर्य गिरने वाला था।

मैंने उसे आंचल की योनि में गिरा दिया और वह मुझे कहने लगी तुम्हारा तो बहुत जल्दी ही झड़ चुका है। मैंने उसे कहा मेरे झडा नहीं है। यह मेरे अंदर की गर्मी थी जिसे मैंने बाहर निकाल दिया है। अब उसने मेरे माल को साफ किया और मेरे लंड़ को अपने मुंह में लेने लगी और मेरा लंड़ बहुत बड़ा हो गया।

वह बहुत अच्छे से लंड़ को चूस रही थी जैसे ब्लू फिल्म में करते हैं ।मुझे बहुत अच्छा लग रहा था। अब वह कहने लगी तुम मेरे स्तनों का दूध पियोगे। मैंने उसके स्तनों को दबाना शुरु किया और उसके स्तनों पर अपना मुंह लगा दिया। उसको भी अपने मुंह के अंदर लेने लगा और उसके पूरे स्तनों को मैंने अपनी जीभ से चाट कर गीला कर दिया। उसने अपने निप्पल को मेरे मुंह पर लगाया और उसका दूध बाहर आ गया। मैंने उसका पूरा दूध पी लिया।

अब मेरी बारी थी उसे अपना माल पिलाने की। मैं उसके ऊपर चढ़ गया और वह मेरे नीचे थी। मैंने अपने जवान लंड़ को उसकी चूत मे अंदर डाल दिया। जिससे कि वह चिल्ला उठी और कहने लगी तुम बहुत छोटे हो लेकिन तुम्हारा बहुत ही मोटा है और मुझे बहुत अच्छा लग रहा है।

मैंने उसको इतनी तेजी से धक्का मारना शुरू किया कि उसे गले से आवाज निकल रही थी। वह बहुत तेज तेज चिल्ला रही थी। जितना तेज वह चिल्ला रही थी। उससे ज्यादा तेज मैं उसे चोद रहा था और उसे ऐसे ही चोदता रहा। मुझे काफी अच्छा लग रहा था। वह बहुत खुश हो रही थी।

मैंने उससे अब उल्टा कर दिया था और उसके चूतड़ों को अपने हाथों से पकड़ कर मैं धक्का मार रहा था। मुझे बहुत अच्छा लग रहा था। जब मैं उसे धक्का मारा था। उसके बड़ी-बड़ी चूतड़े मेरे हाथ में थी और मुझे बहुत अच्छा लगता। जब मैं उसकी योनि में अपने लंड़ को डालता। मैं जैसे ही उसकी योनि में लंड़ को डालता मैं तुरंत बाहर निकाल लेता और फिर दोबारा से जोर का धक्का मारता। मैं इतनी देर से धक्का मार रहा था कि उसका तो झड़ चुका था।

लेकिन मेरा नहीं झडा था। मैंने उसे कहा कि मेरा नहीं झड़ रहा है। तुम मेरे लंड़ को अपने मुंह से चुसो। उसने मेरे लंड़ को चुसना  शुरु किया। वह बहुत तेज तेज चूस रही थी और मुझे अच्छा लग रहा था।

उसके थोड़ी देर बाद मैंने अपने लंड़ को उसकी योनि में दोबारा डाल दिया। इस बार मैंने बड़ी तेज झटके मारने शुरू किया और मैंने इतनी तेज तेज धक्के मारने शुरू किए की उसका पूरा बदन कांपने लगा। वह चिल्लाने लगी कि तुम बहुत ही तेज कर रहे हो। मेरे तो गले से आवाज ही रुक जाती है और एकदम से बाहर निकल आती है।

मैंने उसे कहा कि यह तो होना ही था। मेरा लंड़ नया नया है अभी ऐसा करते-करते मैंने उसे बहुत गंदे तरीके से रगड़ दिया। वह भी मुझे कहने लगी कि तुम बहुत अच्छे से कर रहे हो इतना तो मेरा बॉयफ्रेंड भी नहीं करता है।

कुछ ही समय बाद मेरा भी माल गिरने वाला था। मैंने अपनी टीचर की योनि में डाल दिया और मुझे बहुत हल्का महसूस हुआ। जैसे ही मैंने अपने लंड़ को बाहर निकाला तो उसकी योनि से मेरे वीर्य को टपकता हुआ देख कर मैं बहुत खुश हो रहा था। वह बाथरूम में गई और उसने अपना योनि को साफ किया।

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